भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच आज आईसीसी महिला विश्व कप 2022 का 8वां मैच खेला गया. जहां टॉस जीतकर भारतीय कप्तान मिताली राज ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया और मेजबान टीम को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया. पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूज़ीलैंड की टीम की ओपनर बल्लेबाज सूजी बेट्स को भारत की पूजा वस्त्राकर ने रनआउट कर पहला झटका दिया. हालाँकि इसके बाद न्यूज़ीलैंड की टीम और मजबूती से वापसी की और कप्तान डीवाइन और एमिली केर ने 35 और 50 रनों की पारी खेली.
इसके बाद सथरवेट ने 75 और केटी मार्टिन ने 41 रनों की पारी खेली. इनकी बदौलत न्यूज़ीलैंड की टीम ने भारत के सामने 261 रनों का लक्ष्य रखा. भारत की तरफ से पूजा वस्त्राकर ने 4 तो गायकवाड़ ने 2 विकेट अपने नाम किए. वहीं झूलन गोस्वामी और दीप्ती शर्मा को 1-1 विकेट मिले.
भारतीय टीम नहीं कर सकी लक्ष्य का पीछा
न्यूज़ीलैंड द्वारा दिए गये इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत काफी खराब रही. भारत की विस्फोटक ओपनर स्मृति मंधाना और उसके बाद नंबर 3 की काबिल बल्लेबाज दीप्ती शर्मा जल्दी चलते बने. इन दोनों के बाद कप्तान मिताली राज और हरमनप्रीत कौर ने भारत की पारी को संभालने की कोशिस की, लेकिन ऐसा करने में असफल रहे, जिसके बाद पूरी टीम इंडिया 46.4 ओवर में 198 रनों पर ही आलआउट हो गई.
मिताली राज ने बल्लेबाजों पर फोड़ा हार का ठीकरा
भारतीय कप्तान मिताली राज न्यूज़ीलैंड से मिली हार से काफी निराश हैं. मिताली राज ने कहा कि
“हमारे बल्लेबाजों को खासकर शीर्ष और मध्यक्रम को अच्छा प्रदर्शन करना होगा, क्योंकि दूसरी टीमें 250-260 रन बना रहीं हैं. यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता था, अगर शीर्षक्रम अच्छा प्रदर्शन करता. लगातार विकेट गिरने से काफी दबाव बना और बाद में हमारे पास बल्लेबाज ही नहीं बचे.”
भारतीय कप्तान ने आगे कहा कि
“पिच में अच्छी उछाल थी, लेकिन बल्लेबाजी के लिये यह खराब पिच नहीं थी. उनके तेज गेंदबाजों ने अनुशासित प्रदर्शन किया, लेकिन हम इससे बेहतर बल्लेबाजी कर सकते थे.”
वहीं मिताली राज ने गेंदबाजों की तारीफ़ करते हुए कहा कि
“हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया. शुरुआती विकेट लेने के बाद जिस तरह से वे साझेदारियां बना रहे थे , मुझे लगा कि 270 या 280 रन बना लेंगे.”