क्रिकेट के सर्वोत्तम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के जैसा हर कोई बनना चाहता है. लेकिन कुछ ही होते हैं जिनके पास कम उम्र में हाई लेवल का टैलेंट होता है. उसमें से एक थे पृथ्वी शाॅ. स्कूल लेवल पर बड़ी पारियां हो या फिर अंडर-19 विश्व कप; हर जगह पृथ्वी ने साबित किया है कि वह अगल श्रेणी के बल्लेबाज हैं.
बीसीसीआई ने बर्बाद किया पृथ्वी शाॅ का करियर
रोहित शर्मा आज रोहित शर्मा क्यों है यह जानने के लिए आपको साल 2010 में जाना होगा. उस वक्त महेंद्र सिंह धोनी ने अपने सीनियर खिलाड़ियों को आराम देकर रोहित को मौका दिया था.
अपने शुरुआती 2000 रन रोहित शर्मा ने सबसे धीमी गति से बनाया था. लेकिन धोनी का विश्वास काम आया और रोहित वनडे के सबसे महान बल्लेबाज बन गए. यही कुछ अब बीसीसीआई केएल राहुल के साथ भी कर रही है.
वह आउट ऑफ फॉर्म है लेकिन उनका लगातार मौका दिया जा रहा है. लेकिन समझ नहीं आता कि बीसीसीआई की क्या दुश्मनी पृथ्वी शॉ से है कि एक या दो मैच में खराब प्रदर्शन करने के बाद उनको बाहर कर दिया जाता है.
काउंटी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद भी किया इग्नोर
टीम से बाहर होने के बाद पृथ्वी शाॅ ने इंग्लैंड के रूख किया. यहां पर शाॅ ने काउंटी क्रिकेट में नाॅर्थम्टपनशायर टीम ज्वाइन किया. नॉर्थम्पटनशायर के लिए खेलते हुए पृथ्वी शाॅ ने चार मैचों में 429 रन बनाए.
उन्होंने 143.00 की औसत से 2 शतक और 2 अर्धशतक बनाए. वही इस दौरान उन्होंने एक दोहरा शतक भी बनाया था. लेकिन मजाल है कि सलेक्शन कमेटी ने एक बार भी पृथ्वी शाॅ के नाम पर चर्चा नही किया.
ऐसा है पृथ्वी शाॅ का करियर
पृथ्वी शाॅ ने अब तक भारत के लिए 6 वनडे मैच खेला है. इस दौरान उन्होंने 31 की औसत से 189 रन बनाए है. वही टेस्ट फाॅर्मेट में उन्होंने 5 मैच खेला है, जिसमें उन्होंने 42 की औसत से 339 रन बनाए. वहीं टी-20 में उन्होंने एक मैच खेला है, जिसमें उन्होंने खाता भी नही खोला है.