भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार को तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में रविचंद्रन अश्विन ने 18 महीने बाद वनडे फॉर्मेट में वापसी की। हालाकि, वह कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। माना जा रहा है कि अगर इस सीरीज में वह अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब होते हैं तो उन्हें विश्व कप स्क्वॉड में अक्षर पटेल की जगह शामिल किया जा सकता है।
अश्विन को नहीं मिली थी एशिया कप स्क्वॉड में जगह
बता दें कि टीम इंडिया ने हाल ही में एशिया कप के खिताब पर कब्जा जमाया था। इस टूर्नामेंट में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। टीम के स्टार स्पिनर कुलदीप यादव ने अपनी घातक गेंदबाजी से भारत को एशिया कप का टाइटल दिलाने में अहम भूमिका निभाई। एशिया कप के 16वें संस्करण में कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल को स्पिनर के तौर पर टीम में शामिल किया गया था। लेकिन रविचंद्रन अश्विन और युजवेंद्र चहल को टीम से बाहर रखा गया था।
भारत बनाम बांग्लादेश मैच में अक्षर पटेल चोटिल हो गए थे। ये मुकाबला 15 सितंबर को कोलंबो में खेला गया था। ऐसे में टीम के सामने एक स्पिनर खिलाड़ी की गैरमौजूदगी की समस्या खड़ी हो गई थी। इससे निपटने के लिए वॉशिंगटन सुंदर को टीम में सेलेक्ट किया गया था। 17 सितंबर को खेले गए फाइनल मैच में कप्तान ने सुंदर को अक्षर पटेल की जगह प्लेइंग 11 में शामिल किया था।
दिनेश कार्तिक ने किया बड़ा खुलासा
इस दौरान सवाल उठे थे कि सुंदर की जगह टीम मैनेजमेंट ने रविचंद्रन अश्विन को शामिल क्यों नहीं किया जबकि उनके पास सुंदर से अधिक अनुभव है। इसको लेकर अब दिनेश कार्तिक ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि कप्तान और चीफ सेलेक्टर ने सबसे पहले अश्विन से ही चर्चा की थी। लेकिन गेंदबाज ने खुद टीम में शामिल होने से इनकार कर दिया था। वह उस वक्त एनसीए में थे।
स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि,
“मुझे अंदर की चीज़ों की जानकारी है। मैं यहां रोहित, अजीत और राहुल द्रविड़ को डिफेंड करूंगा। उन्होंने एशिया कप फाइनल के लिए अश्विन को ही पहले फोन किया था। उनकी अश्विन से बात हुई, जिसमें पता चला कि अन्ना पूरी तरह से मैच फिट नहीं थे। अश्विन ने कहा कि अच्छा होगा अगर मैं ना आऊं। वाशिंगटन खेल रहे थे। वो चेन्नई में एक लोकल टूर्नामेंट खेल रहे थे और एनसीए में थे। इसलिए उस एक मैच (एशिया कप फाइनल) के लिए सुंदर को भेजा गया.”
उन्होंने आगे कहा कि,
“अश्विन ने कुछ लोकल क्लब मैच खेलें, जिसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज़ के लिए चुना गया। पूरी कहानी ये है। एशिया कप फाइनल से पहले भी उनकी (टीम मैनेजमेंट) पहली चॉइस अश्विन ही थे। मैं समझ सकता हूं कैसे वाशिंगटन थोड़ा गुमराह हुए, पर उन्होंने पहले अश्विन को ही चुना था।”