इंग्लैंड के दिग्गज और स्टार ऑलराउंडर Ben Stokes ने वर्ल्ड कप 2019 में भारत और इंग्लैंड के बीच हुए मुकाबले को लेकर कुछ बयान दिए थे जो काफी हैरान कर देने वाले थे। Ben Stokes ने उस मुकाबले में Rohit Sharma और Virat Kohli के बीच हुई साझेदारी और आखिर के ओवरों में MS Dhoni की बल्लेबाजी पर सवाल उठाए। स्टोक्स ने इन खिलाड़ियों के मैच जीतने के इरादों पर शक भी जताया है।
भारतीय बल्लेबाजों पर उठाए सवाल
अपनी नई किताब ‘ऑन फायर’ में Ben Stokes ने लिखा,
“Dhoni जब बल्लेबाजी के लिए आए थे, तब भारतीय टीम को 11 ओवर में 112 रन चाहिए थे और उन्होंने अजीब तरीके से बल्लेबाजी की। वह गेंद को सीमारेखा के पार भेजने से ज्यादा एक रन लेने को आतुर दिखे। भारतीय टीम आखिरी 12 गेंद में भी जीत सकती थी।”
Ben Stokes ने आगे बताया,
“धोनी और केदार जाधव की साझेदारी में जीत की ललक काफी कम या बिल्कुल नहीं दिखी। मुझे लगता है कि अगर वह ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते तो रन बना सकते थे। ‘इंग्लैंड की ड्रेसिंग रूम को लगा कि धोनी मैच को आखिरी ओवरों तब ले जाना चाहते थे। वह इस मैच में 31 गेंद पर 42 रन बनाकर नाबाद रहे, लेकिन ज्यादातर रन अखिरी ओवरों में तब आए जब मैच भारत के हाथ से लगभग निकल चुका था।”
रोहित और कोहली की बल्लेबाज़ी लगी जैसे एक रहस्य
Ben Stokes ने बताया कि उनके कैंप में बात चल रही थी कि धोनी जिस तरह से खेलते हैं, उसी तरह से खेल रहे थे। यहां तक कि अगर भारत मैच नहीं भी जीतने की स्थिति में होता है, तब भी वो मैच को आखिरी ओवर तक ले जाते हैं, ताकि रन रेट अच्छा रहे। उन्होंने किताब में लिखा,
“हमारे ड्रेसिंग रूम में इस बात की चर्चा हो रही थी कि धोनी के खेलने का तरीका यही है। अगर भारतीय टीम मैच नहीं जीतती है तो भी उनका नेट रन रेट बना रहे।”
Ben Stokes ने Virat Kohli और Rohit Sharma की बैटिंग पर भी सवाल किया और हैरानी जताई। उन्होंने लिखा,
“जिस तरह से रोहित शर्मा और विराट कोहली खेल रहे थे वह किसी रहस्य की तरह था। मुझे पता है कि हमने इस दौरान शानदार गेंदबाजी की, लेकिन जिस तरह से उन्होंने अपनी बल्लेबाजी की, वह बिल्कुल विचित्र लग रहा था।”
उन्होंने कहा कि मैच के बाद पुरस्कार समारोह में भारतीय कप्तान Virat Kohli ने सीमा रेखा को लेकर सवाल उठाया जो उन्हें अजीब लगा। उन्होंने बताया,
“मैच के बाद पुरस्कार समारोह में भारतीय कप्तान कोहली ने सीमा रेखा को लेकर सवाल उठाया जो उन्हें अजीब लगा। मैंने मैच के बाद ऐसी शिकायत कभी नहीं सुनी थी।”