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Cheteshwar Pujara ने कहा 75 रन भी नहीं बना पाएगी ऑस्ट्रेलिया, भारत जीत सकता है तीसरा टेस्ट

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट मुकाबला चल रहा है जिसमें टीम इंडिया पर पहले और दूसरे दोनों ही दिन कंगारुओं का दबदबा देखने को मिला. दूसरे दिन का मुकाबला खत्म होने के बाद टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कुछ बातों पर चर्चा की और बताया कि खेल खत्म होने तक उन्होंने मैदान पर किस- किस तरह की बातों का अनुभव किया.

आपको बता दें कि इस मुकाबले में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने सबसे ज्यादा 142 गेंदों में 59 रन बनाए.

इस तरह आउट हुए पुजारा

जब चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और अक्षर पटेल क्रीज पर टिककर बल्लेबाजी कर रहे थे उस वक्त ईशान किशन के माध्यम से रोहित शर्मा ने उन तक यह मैसेज पहुंचाया कि ज्यादा डिफेंसिव होकर ना खेले.

इसके बाद भले ही पुजारा ने एक छक्का लगाया लेकिन थोड़ी देर बाद वह स्टीव स्मिथ के हाथों कैच आउट हो गए जहां अब उन्होंने अपने विकेट गिरने पर एक बहुत बड़ा बयान दिया है.

दिया यह बड़ा बयान

चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने अपने विकेट पर बयान देते हुए कहा कि

“यह बल्लेबाजी के लिए कठिन पिच है. यहां बल्लेबाजी करना थोड़ा मुश्किल है. आपको अपने डिफेंस पर भरोसा करने की जरूरत है क्योंकि गेंद को पिच तक पहुंचने और लंबाई को जल्दी आने की कोशिश की जा सकती है.”

इतना ही नहीं चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को भी यह बहुत अच्छे से पता है कि यह रन काफी नहीं है, लेकिन फिर भी जीतने का मौका है. ऐसी पिचों पर बेहतर यही है कि संतुलन बनाए रखने की कोशिश की जाए.

अपने विकेट पर कही ये बात

आगे चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने कहा कि

“जब भी मुझे लूज डिलीवरी मिलती थी, तो मैं उसे तरकीब लगाकर दूर करने की कोशिश करता था. जब नाथन लायन गेंदबाजी कर रहे थे तो उस वक्त मेरी यही रणनीति थी कि मैं स्ट्राइक रोटेट करू.”

अपने कैच आउट होने पर पुजारा ने कहा कि

“मैं इससे थोड़ा निराश हूं. अगर अक्षर के साथ थोड़ी और साझेदारी होती तो नतीजा कुछ और होता.”

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