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हीरो बनना इन 3 भारतीय खिलाड़ियों को पड़ा महंगा, मैन ऑफ द मैच होने के बावजूद अगले मैच से कट गया टीम से पत्ता!

टीम इंडिया के लिए खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है। जिनको ये मौक मिलता है वह खुशनसीब होते हैं लेकिन उन प्लेयर्स का क्या जिन्हें मौका तो मिलता है लेकिन अचानक उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाता है। लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद जब टीम से उन्हें बाहर कर दिया जाता है ऐसे में उनका करियर खत्म होने की कगार पर पहुंच जाता है।

आज हम आपको तीन ऐसे खिलाड़ियों के विषय में बताएंगे जिन्हें मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीतने के बाद भी टीम इंडिया से ड्रॉप कर दिया गया।

भुवनेश्वर कुमार

टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने साल 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग टेस्ट मैच में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया था। इस मुकाबले में उन्हें मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया था। हैरानी की बाद ये है कि इस टेस्ट मैच के बाद सेलेक्टर्स ने उन्हें भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं बनाया। तब से लेकर अब तक भुवनेश्वर टेस्ट टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

अमित मिश्रा

टीम इंडिया के घातक गेंदबाज अमित मिश्रा का भी नाम इस लिस्ट में शामिल है। उन्होंने अपना आखिरी वनडे 2016 में खेला था। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में मिश्रा ने अपनी घातक गेंदबाजी से 6 ओवर में 18 रन खर्च करते हुए 5 विकेट हासिल किए थे। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 3 का रहा था। इस मैच में कहर मचाने के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का अव़ॉर्ड भी मिला था। हैरानी की बात ये है कि उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।

कुलदीप यादव

टीम इंडिया के ‘चाइनामैन’ स्पिनर कुलदीप यादव भी फिलहाल टीम से बाहर चल रहे हैँ। बांग्लादेश के खिलाफ साल 2022 में खेले गए टेस्ट मुकाबले में उन्होंने 8 विकेट झटके थे।

इसके अलावा बल्लेबाजी में भी यादव ने 40 रनों की पारी खेली थी। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके बावजूद अगले ही मैच में कप्तान ने उन्हें प्लेइंग 11 से बाहर कर दिया।

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