जहाँ भारतीय टीम के क्रिकेट खेलने में व्यस्त है वही भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी पर बड़ी करवाई हो रही है. बता दें, हाल ही क्रिकेट में ऑनलाइन सट्टा बाजार खूब फल फुला है. कई राज्य में इसकी शिकायत पर करवाई चालू है. देश में बिना अनुमति के चल रहे जो गैरकानूनी ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म 1xBet से जुड़ी मामला है. जांच में सामने आया है कि 1xBet और उसके कई ब्रांच- 1xBat, 1xBat Sporting Lines- भारत में बिना किसी अनुमति के ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए का प्रचार कर रहे थे. इस कंपनी से जुड़े शिखर धवन और सुरेश रैना पर करवाई हुई है.
ED ने सुरेश रैना और शिखर धवन पर लिया बड़ा एक्शन
ईडी ने अवैध सट्टेबाजी एप से जुड़ी मनी लॉड्रिंग जांच के तहत पूर्व क्रिकेटरों सुरेश रैना और शिखर धवन पर बड़ा एक्शन लिया है. दोनों की 11.14 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है. एजेंसी ने कहा कि ”वन एक्स बेट” नामक ऑनलाइन सट्टेबाजी साइट के खिलाफ मामले में मनी लॉड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत धवन की दिल्ली में 4.5 करोड़ रुपये की व्यावसायिक भूमि और रैना के 6.64 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड को कुर्क करने के लिए अंतरिम आदेश जारी किया गया है.
बता दें, केंद्र सरकार ने कुछ महीने पहले भारत में पैसे वाले ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कानून बनाया था. जिक्से बाद ड्रीम इलेवन जैसी बड़ी कंपनी को बंद करना पड़ा है. बाजार विश्लेषण फर्मों का अनुमान था कि सरकारी प्रतिबंध से पहले विभिन्न आनलाइन सट्टेबाजी एप पर लगभग 22 करोड़ भारतीय उपयोगकर्ता थ. इनमें से लगभग 50 प्रतिशत नियमित यूजर थे.
ED, Headquarters office has provisionally attached movable and immovable assets valued at Rs. 11.14 Crore belonging to former Indian Cricketers Suresh Raina and Shikhar Dhawan under PMLA, 2002 in connection with endorsement of illegal betting platform 1xBet. The attachment…
— ED (@dir_ed) November 6, 2025
सुरेश रैना और धवन पर इस वजह से हुआ एक्शन
एजेंसी की जांच में पाया गया है कि दोनों पूर्व क्रिकेटरों ने जानबूझकर ”वन एक्स बेट” और उसकी सहयोगी कंपनियों के प्रचार के लिए विदेशी संस्थाओं के साथ विज्ञापन समझौते किए। इन विज्ञापनों के लिए भुगतान कथित तौर पर विदेशी बिचौलियों के माध्यम से किया गया था, ताकि अवैध सट्टेबाजी से प्राप्त धन के अवैध स्त्रोत को छिपाया जा सके. धन के अवैध स्त्रोत को छिपाने के लिए विज्ञापनों के लिए भुगतान कई स्तरों पर किया गया था.
