Ben Stokes: भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का 5वां और अंतिम टेस्ट मैच लंदन के ओवल में खेला गया, जहां टॉस जीतकर इंग्लैंड की टीम (England Cricket Team) ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. भारतीय टीम (Team India) ने इंग्लैंड के सामने 374 रनों का लक्ष्य रखा था, जिससे इंग्लैंड की टीम आज सिर्फ 35 रन दूर थी, लेकिन मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) और प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) की घातक गेंदबाजी की बदौलत भारत ने ये मैच 6 रनों से जीतकर सीरीज बराबर कर दिया है.
5वें टेस्ट मैच में इंग्लैंड के नियमित टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) मैच का हिस्सा नही थे, चौथे टेस्ट मैच में चोटिल होने की वजह से वो 5वें टेस्ट मैच से बाहर थे, जिसके बाद ओली पोप (Ollie Pope) ने इस मैच में कप्तानी की थी. अब इंग्लैंड की हार के बाद बेन स्टोक्स ने इस पर बात की है.
Ben Stokes ने अपनी ही टीम को लगाया फटकार
बेन स्टोक्स (Ben Stokes) से 5वें टेस्ट मैच की हार पच नही रही है, ऐसे में मैच के बाद उन्होंने कहा कि
“जब आप खेल में हिस्सा नहीं ले पाते, तो यह जाहिर तौर पर हमेशा मुश्किल होता है. एक और कड़ा मुकाबला देखने को मिला. यह भी 5वें दिन तक चला. दोनों टीमों ने अंत तक लड़ाई लड़ी. बेहद निराशा हुई कि हम जीत हासिल नहीं कर पाए. हमें अपनी टीम पर गर्व है कि उन्होंने अपना पूरा जोर लगाया.”
बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने इस दौरान आगे क्रिस वोक्स के साहस की तारीफ़ की और कहा कि
“जब जरूरत पड़ी तो क्रिस वोक्स बल्लेबाजी क लिए तैयार थे. उन्होंने कल यही सोचा कि उन्हें किस तरफ से बल्लेबाजी करनी है. हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो टूटी उंगलियों और टूटे पैरों के साथ मैदान पर उतरे हैं. यह दर्शाता है कि इन खिलाड़ियों के लिए अपने देश के लिए खेलना कितना मायने रखता है.”
Ben Stokes ने भारत की तारीफ़ में भी पढ़ें कसीदें
भारत और इंग्लैंड के बीच हर मैच 5वें दिन तक गया, जहां हर मैच का परिणाम निकाला, सिर्फ चौथा टेस्ट मैच ड्रा पर खत्म हुआ था, जो 5दिन तक खेला गया था. ऐसे में दोनों देशों के खिलाड़ियों ने टेस्ट मैच को हमेशा रोमांचक बनाए रखा, जिसके बाद पोस्ट मैच में इंग्लैंड के कप्तान ने दोनों देशों के खिलाड़ियों की तारीफ़ करते हुए कहा कि
“खिलाड़ियों ने जो किया उस पर मुझे बहुत गर्व है. मुझे यकीन है कि शुभमन को भी है. भारत-इंग्लैंड हमेशा एक बड़ी सीरीज होती है. एक ऑलराउंडर के रूप में अपनी भूमिका को पूरा करने में सक्षम होने के लिए अविश्वसनीय रूप से कड़ी मेहनत की. निराश हूं कि मुझे यह खेल छोड़ना पड़ा. अब रिहैब का समय है और एशेज का इंतजार करना है. जब आपका कोई गेंदबाज खेल में इतनी जल्दी आउट हो जाता है, तो बाकी सभी की भूमिका बदल जाती है. उस दूसरी पारी में बड़े साथियों ने जो दिल और इच्छाशक्ति दिखाई, वह जबरदस्त थी. हम खिलाड़ियों से बस यही चाहते हैं कि वे मैदान पर अपना सब कुछ छोड़ दें.”