एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) की शुरुआत से पहले ही भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग इलेवन को लेकर कयास लगाए जाने लगे हैं। कप्तान सूर्यकुमार यादव और टीम मैनेजमेंट ने संतुलित स्क्वाड चुना है, लेकिन सवाल इस बात पर उठ रहे हैं कि क्या उपकप्तान शुभमन गिल को भी हर मैच में जगह मिलेगी या फिर वह केवल बेंच पर ही बैठे रहेंगे।
लगातार घटिया टी20 प्रदर्शन को देखते हुए विशेषज्ञ मानते हैं कि गिल का टीम में होना तो तय है, लेकिन मैदान पर उतरना काफी मुश्किल है।
शुभमन गिल समेत इन खिलाड़ियों को नहीं मिलेगा मौका
शुभमन गिल ने वनडे और टेस्ट क्रिकेट में खुद को साबित किया है, लेकिन टी20 फॉर्मेट में उनकी बल्लेबाजी अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी। उनका स्ट्राइक रेट 160 से नीचे रहा है और बड़े शॉट खेलने में वह लगातार संघर्ष करते दिखाई दिए हैं।
एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में उपकप्तान की जिम्मेदारी मिलने के बावजूद यह माना जा रहा है कि कप्तान सूर्यकुमार यादव उन्हें शुरुआती इलेवन में शामिल करने से बच सकते हैं।
गिल के अलावा टीम में ऐसे तीन और खिलाड़ी हैं, जिन्हें शायद ही कोई मौका मिले। तिलक वर्मा युवा प्रतिभा होने के बावजूद मिडिल ऑर्डर में बैकअप की तरह ही मौजूद रहेंगे।
रिंकू सिंह की फिनिशिंग क्षमता शानदार है, लेकिन हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे की मौजूदगी उन्हें दरकिनार कर सकती है। वहीं हर्षित राणा तेज गेंदबाजी में विकल्प तो हैं, पर जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह की जोड़ी इतनी मजबूत है कि उन पर कप्तान का भरोसा ज्यादा रहेगा।
भारत का स्क्वाड और खिताबी उम्मीदें
एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) के लिए चुना गया भारतीय स्क्वाड बेहद संतुलित है और इसे खिताब का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है।
टीम में सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल (उपकप्तान), अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, हार्दिक पांड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव, संजू सैमसन (विकेटकीपर), हर्षित राणा और रिंकू सिंह शामिल हैं।
यह टीम बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में गहराई लेकर उतरेगी। हालांकि, ऐसा लग रहा है कि एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) के दौरान कप्तान सूर्यकुमार यादव अपनी रणनीति के तहत केवल उन्हीं खिलाड़ियों को मौका देंगे जो तुरंत प्रभाव डाल सकें।
इस वजह से गिल, तिलक, रिंकू और हर्षित जैसे नाम बेंच पर ही सीमित रह सकते हैं। फिर भी उनका स्क्वाड में होना भारत को अतिरिक्त मजबूती देता है और जरूरत पड़ने पर ये खिलाड़ी अहम योगदान दे सकते हैं।