Ravichandran Ashwin: भारतीय टीम (Team India) के दिग्गज खिलाड़ी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy 2024-25) के बीच अचानक से ही सभी को हैरान करते हुए संन्यास का ऐलान कर दिया. गाबा में खेले गये तीसरे टेस्ट मैच के बीच अचानक से ही रविचन्द्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके संन्यास का ऐलान किया. अब रविचन्द्रन अश्विन ने सर्वश्रेष्ठ कप्तान के बारे में खुलासा किया है. रविचन्द्रन अश्विन ने इस दौरान विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को नजरअंदाज कर किसी और को ही बेस्ट कप्तान बताया है.
Ravichandran Ashwin ने धोनी को बताया सर्वश्रेष्ठ कप्तान
रविचन्द्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने विराट कोहली, रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के अंदर काफी क्रिकेट खेला है, जिसमे महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) वो कप्तान हैं, जिसके कप्तानी में अश्विन ने डेब्यू किया और इस दौरान उन्होने भारत के लिए और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए डेब्यू भी किया. रविचन्द्रन अश्विन ने अब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी को लेकर बात करते हुए कहा कि
‘मैदान पर एमएस धोनी की मूल बातों का ध्यान रखते हैं. उनकी ये खासियत और सादगी ही उन्हें दूसरों से अलग बनाती है. मुझे लगता है कि माही ज्यादातर बेसिक चीजें सही करते हैं और उन्हीं पर ज्यादा फोकस करते हैं. ज्यादातर कप्तान बुनियादी बातों को अहमियत नहीं देते, जिससे खेल उनके लिए और मुश्किल हो जाता है.’
Ravichandran Ashwin देते हैं गेदबाजो को पूरी छुट
रविचन्द्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी गेंदबाजो को पूरी छुट देते हैं. महेंद्र सिंह धोनी के बारे में बात करते हुए रविचन्द्रन अश्विन ने कहा कि
‘उदाहरण के लिए, धोनी गेंदबाज को कभी नहीं बताते कि कहां गेंदबाजी करनी है. पहली बात वह कहेंगे कि अपनी फील्डिंग आप खुद ही लगाओ और फील्ड के हिसाब से बॉलिंग करो. वह इस बात से नफरत करते हैं कि जब एक नया बल्लेबाज बैटिंग करने आए और आप उन्हें लूज बॉल्स दें. वह मुझे बॉलिंग से नहीं हटाएंगे, यदि मैंने अच्छी बॉल पर एक ओवर में 2-3 चौके खा लिए, तो ये उनके हिसाब से अच्छी बात है.’
रोहित-विराट और संजू को लगेगी मिर्ची
रविचन्द्र अश्विन ने इसके साथ ही विराट कोहली, रोहित शर्मा और अपने आईपीएल कप्तान संजू सैमसन पर निशाना साधते हुए कहा कि
‘उदाहरण के लिए, धोनी गेंदबाज को कभी नहीं बताते कि कहां गेंदबाजी करनी है. पहली बात वह कहेंगे कि अपनी फील्डिंग आप खुद ही लगाओ और फील्ड के हिसाब से बॉलिंग करो. वह इस बात से नफरत करते हैं कि जब एक नया बल्लेबाज बैटिंग करने आए और आप उन्हें लूज बॉल्स दें. वह मुझे बॉलिंग से नहीं हटाएंगे, यदि मैंने अच्छी बॉल पर एक ओवर में 2-3 चौके खा लिए, तो ये उनके हिसाब से अच्छी बात है.’