भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आगाज पर्थ के मैदान में हो रहा है. पहले टेस्ट मैच में भारत पर मुसीबतों का पहाड़ टूट चुका है. रोहित शर्मा बाहर हो चुके है. साथ में ही शुभमन गिल चोटिल होकर बाहर हो गए है. बता दें, ऐसे ही हालात थे भारत के बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 2021-22 में. इस सीरीज के लिए के लिए भारत को बड़े-बड़े झटके लगे थे. भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली थे वह भी टीम से बाहर हो गये थे, शमी-बुमराह जैसे घातक गेंदबाज चोटिल हो कर बाहर थे. यह रविचंद्रन अश्विन भी बाहर हो गये थे. भारतीय टीम के फैंस निराशा में समा गये थे सबको लगा था अब तो हार ही मिलेगी.
बॉर्डर-गावस्कर सुन्दर ने मचाया कोहराम
आज से महज 3 साल पीछे भारतीय टीम 4 मैच की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट सीरीज में भारत ने 3 मैच के बाद 1-1 से बराबरी कर गयी थी. अब सीरीज किसके नाम होगा इसके लिए लड़ाई थी. अंतिम मैच गाबा के मैदान में खेला जाना था भारत के मुख्य खिलाड़ी बाहर हो चुके थे रहाणे कप्तान थे. उस मैच में युवा खिलाड़ी वाशिंगटन सुन्दर का डेब्यू हुआ था. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्ल्लेबजी करते हुए भारत को 369 रन का लक्ष्य सामने रखा था. और जवाब में भारतीय टीम का बुरा हाल हो गया था. भारत ने 186 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे. अब भारत की पहली पारी धड़ाम होने वाली थी.
शार्दुल-सुन्दर ने बचायी थी लाज
186 पर 6 विकेट गिरे थे जहाँ भारत के मुख्य बल्लेबाज कुछ नहीं कर सके थे, वहां गेंदबाज से क्या उम्मीद रखता लेकिन तभी शार्दुल और पहला मैच खेल रहे सुन्दर की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजो की एक नहीं चलने दी. शार्दुल और सुन्दर ने यहाँ से भारत की पारी को खीच कर 6 विकेट पर 309 रन तक ले गए. गेंदबाजी के रूप जाने जाए वाले यह गेंदबाजो ने कोहराम मचा दिया. दोनों ने मिलकर 123 रन की साझेदारी की. शार्दुल 67 और सुंदर 62 रन बनाकर आउट हो गये लेकिन तब तक बहुत हद तक भारतीय टीम मैच में वापस लौटा आयो. हालाँकि भारत तभी भी 33 रन से पीछे रहा.
फिर बल्लेबाजी करने उतारी ऑस्ट्रेलिया की टीम पर मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर ने मिलकर कंगारू की लंका लगा दी. शार्दुल ने 4 विकेट तो सिराज ने 5 विकेट झटके. भारत को जवाब में 328 रन का लक्ष्य मिला. चौथे पारी में रन बनना मुश्किल हो गया था. युवा गिल ने लाजवाब 91 रन की पारी खेली थी जवाब में चेतेश्वर पुजारा211 गेंद में 56 रन की पारी खेली और सामने दीवार बनकर खड़े रहे. और पंत ने रन बनाना शुरू किया. यहाँ भी वाशिंगटन सुन्दर ने पंत का साथ अंतिम में दिया और 22 रन ही बनाये लेकिन इस मैदान पर बहुत अहम् योगदान थे. पंत ने 89 रन बनाकर इस मैच में जीत दिला दी थी.