Gautam Gambhir: जब से गौतम गंभीर टीम इंडिया के नए हेड कोच बने हैं तब से भारत का प्रदर्शन बड़े-बड़े मैच और सीरीज में कुछ खास नहीं रहा है. वह भले ही गौतम गंभीर अपने कड़े फैसले के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उनके फैसले ने कई युवा खिलाड़ियों के करियर को अब बैक फुट पर ले जाने का काम करना शुरू कर दिया है.
आपको बता दें कि गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के फैसले के चलते ही टीम इंडिया में तीन खिलाड़ियों की एंट्री रुक गई जो मौका पाने के पूरी हकदार है. जब राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) का कार्यकाल था, उस दौरान यह खिलाड़ी बेहतरीन थे, जिसकी वजह से उन्हें टीम इंडिया (Team India) में कई मौके मिलते थे, लेकिन जैसे ही गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का कोचिंग कार्यकाल शुरू हुआ इन खिलाड़ियों को टीम में मौके मिलने पूरी तरह से बंद हो गए, जिनके पास अब कोई विकल्प नहीं है.
Gautam Gambhir कर रहे हैं अक्षर पटेल को लगातार नजरअंदाज
टीम इंडिया के ऑलराउंडर खिलाड़ी अक्षर पटेल (Axar Patel) ने कई मौके पर भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया है. इसके बावजूद भी गौतम गंभीर इस खिलाड़ी को हर बड़े मैच में नजरअंदाज कर रहे हैं.
कोच की जब मर्जी होती है, उन्हें टीम में मौका मिलता है वरना उन्हें ज्यादातर बाहर ही रखा जाता है. वह टीम इंडिया के लिए हर फॉर्मेट में शानदार हैं, इसके बावजूद भी उनकी जगह पर वाशिंगटन सुंदर और रविंद्र जडेजा को लगातार मौके मिल रहे हैं.
रवि बिश्नोई
एक समय ऐसा था जब इस खिलाड़ी को उभरता युवा स्पिनर के तौर पर देखा जा रहा था, जिन्हें पिछले दिनों लगातार मौके भी मिल रहे थे और उन्होंने शानदार प्रदर्शन करके भी दिखाया, लेकिन गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के कोच बनने के बाद वह टीम इंडिया के लिए मेहमान बनकर रह गए हैं.
जब मैनेजमेंट को जरूरत पड़ती है तो वह इस खिलाड़ी को टीम में शामिल करते हैं, अन्यथा उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है. इन दिनों रवि बिश्नोई की जगह पर वरुण चक्रवर्ती को ज्यादा मौके दिए जा रहे हैं. हालांकि वरुण इसका जमकर फायदा भी उठा रहे हैं.
सरफराज खान
इस खिलाड़ी ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया, जिसके बाद टीम इंडिया में डेब्यू करने का मौका मिला. पिछले साल ही सरफराज ने इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था और अपने डेब्यू मैच में ही उन्होंने हर किसी का दिल जीत लिया, लेकिन अब गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने उनके करियर पर ब्रेक लगाना शुरू कर दिया है.
न्यूजीलैंड में वह फ्लॉप क्या हुए, बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में उन्हें मौका नहीं मिला और आगे भी कोच उनके साथ इसी तरह का व्यवहार कर रहे हैं.