टीम इंडिया का साल 2025-27 तक का WTC का पूरा शेड्यूल घोषित कर दिया गया है। WTC में सभी टीमों को लगभग 6 सीरीज खेलने होती है। जिसमें तीन टेस्ट सीरीज अपने घर में होती है और तीन विदेश में खेलनी होती है। इस बार भारतीय टीम के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC ) बेहद जरूरी है क्योंकि टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC)के फाइनल में पहुंचने में नाकामयाब रही थी तो ऐसे में टीम इंडिया को किन टीमों के खिलाफ कब और कहां सीरीज खेलनी है। आइये जानते हैं।
भारत और इंग्लैंड से होगी WTC सीरीज की शुरुआत
(WTC) वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 की शुरुआत इस साल जून में होगी। टूर्नामेंट की पहली सीरीज भारत और इंग्लैंड के बीच में खेली जाएगी। 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम को इंग्लैंड का दौरा करना है। 20 जून से पहले टेस्ट मुकाबला लीड्स में खेला जाएगा। इसके बाद श्रीलंका बांग्लादेश के बीच भी सीरीज की शुरुआत हो जाएगी। जून में ही वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज भी खेली जाएगी।
18 मुकाबला खेलेगी भारतीय टीम
दरअसल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में हर टीम 6-6 सीरीज खेलती है। भारतीय टीम घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मुकाबले खेलेगी तो वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका से 2-2 मुकाबला खेलने होंगे। वहीं इंग्लैंड में पांच मैचों की सीरीज के अलावा श्रीलंका न्यूजीलैंड में 2-2 टेस्ट मुकाबले खेले होंगे। इस तरह से भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अगले चक्र में कुल मिलाकर लगभग 18 मुकाबला खेलेगी
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का नया चक्र
भारत बनाम इंग्लैंड (विदेश) – 5 टेस्ट – जून-अगस्त 2025
भारत बनाम वेस्टइंडीज (घरेलू) – 2 टेस्ट – अक्टूबर 2025
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका (घरेलू) – 2 टेस्ट – दिसंबर 2025
भारत बनाम श्रीलंका (विदेश) – 2 टेस्ट – अगस्त 2026
भारत बनाम न्यूज़ीलैंड (विदेश) – 2 टेस्ट – अक्टूबर-दिसंबर 2026
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (घरेलू) – 5 टेस्ट – जनवरी-फरवरी 2027
कुछ ऐसा है पॉइंट्स का पूरा सिस्टम
बात अगर पॉइंट्स के सिस्टम की करें तो यह पिछले संस्करण की तरह ही है। जीतने वाली टीम को 12 अंक मिलेंगे जबकि टाई होने वाली टीम को 6 अंक दिए जाएंगे। ड्रॉ पर चार अंक मिलेंगे। जबकि हारने वाली टीम को कोई भी अंक नहीं मिलेगा। यदि कोई टीम मैच के दौरान ओवर रेट बनाए रखने में सफल होती है तो प्रत्येक ओवर के हिसाब से अंक की कटौती की जाएगी। पिछले संस्करण की तरह टीमों को अंक प्रतिशत के आधार पर ही रैंकिंग दी जाएगी।