Virat Kohli: भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मैच बॉक्सिंग डे टेस्ट के नाम से मेलबर्न में खेला जा रहा है, जहां पहले सेशन के दौरान भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली (Virat Kohli) और अपना डेब्यू मैच खेल रहे सैम कोंस्टास के बीच झड़प देखने को मिली, दरअसल मैच के 10वें ओवर में विराट कोहली ने सैम कोंस्टास (Sam Konstas) को कंधे से टक्कर मार दी, जिसके बाद विवाद बढ़ गया और अंपायर को इस मामले का बचाव करना पड़ा.
विराट कोहली के धक्का मारनी के बाद सैम कोंस्टास ने इस पर आपत्ति जताई, जिसके बाद विराट कोहली को भी उनसे कुछ कहते सुना गया और अंत में अंपायर ने इस मामले का बीच बचाव किया. अब आईसीसी ने इस मामले में विराट कोहली (Virat Kohli) को सजा दी है.
रवि शास्त्री और रिकी पोंटिंग ने मानी Virat Kohli की गलती
10वें ओवर और 11वें ओवर के दौरान जब ऑस्ट्रेलियाई ओपनर उस्मान ख्वाजा और सैम कोंस्टास स्ट्राइक बदल रहे थे इसी दौरान विराट कोहली ने बीच मैदान में सैम कोंस्टास को कंधा मार दिया, जिसे देख उस दौरान कमेंट्री कर रहे रिकी पोंटिंग ने इसे साफ़तौर पर विराट कोहली की गलती बताया.
वहीं दूसरी तरफ भारतीय टीम के पूर्व कोच और पूर्व भारतीय खिलाड़ी रवि शास्त्री ने भी विराट कोहली के इस हरकत को अनावश्यक माना और कहा कि विराट कोहली को ऐसा करने की जरूरत नही थी. वहीं पार्थिव पटेल ने इसे टीम इंडिया की विकेट के लिए झल्लाहट माना.
लेवल 1 के दोषी पाए गये विराट कोहली
विराट कोहली (Virat Kohli) ने जो किया था उसके बाद माना जा रहा था कि आईसीसी उन्हें बड़ी सजा दे सकती है, लेकिन आईसीसी ने विराट कोहली को लेवल 1 का दोषी पाया है और उन्हें सिर्फ 1 डिमेरिट पॉइंट्स दिया है, जिसकी वजह से विराट कोहली पर उनकी मैच फ़ीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है, अगर विराट कोहली लेवल 2 या 3 के दोषी पाए जाते तो उन्हें 3 या 4 डिमेरिट पॉइंट्स मिलते तो उन्ही 1 मैच से बैन किया जा सकता था.
हालाँकि विराट कोहली ने अपनी गलती मान ली है, इसीलिए किसी सुनवाई की जरूरत नही पड़ी. हालाँकि अगर विराट कोहली को 4 पॉइंट्स मिला होता तो उनका सिडनी टेस्ट मैच में खेलना मुश्किल होता, लेकिन अभी विराट सिडनी टेस्ट खेल सकते हैं.