Team India

भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket Team) के लिए अगस्त का महीना बहुत ही खराब गुजर रहा है, पहले भारतीय टीम (Team India) को श्रीलंका (Srilanka Cricket Team) के खिलाफ वनडे सीरीज में 0-2 से शिकस्त झेलनी पड़ी, उसके बाद गब्बर के नाम से फेमस दिग्गज भारतीय खिलाड़ी शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने संन्यास का ऐलान कर दिया. वहीं अब भारतीय टीम (Team India) के एक और खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है.

हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वो पहले बॉक्सर हुआ करता था, फिर उसने बॉक्सिंग छोड़कर क्रिकेट में हाथ आजमाया और महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में उसे टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला. हालांकि जब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी गई उसके बाद इस खिलाड़ी को दोबारा भारत (Team India) के लिए खेलने का मौका नही मिला.

Team India: बॉक्सर से क्रिकेटर बने Barinder Sran ने किया संन्यास का ऐलान

बॉक्सर से क्रिकेटर बने बरिंदर सरन अभी सिर्फ 31 सालों के हैं, लेकिन टीम इंडिया (Team India) में मौका न मिलने की वजह से इस खिलाड़ी ने संन्यास लेने का फैसला किया है. बरिंदर सरन भारत के लिए वनडे और टी20 मैच खेल चुके हैं. इस खिलाड़ी ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 12 जनवरी 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने वनडे करियर की शुरुआत की. वहीं उन्होंने अपना अंतिम वनडे मैच 15 जून 2016 को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था.

बात अगर बरिंदर सरन के टी20 करियर की करें तो उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 20 जून 2016 को अपना टी20 डेब्यू किया और 22 जून 2016 को जिम्बाब्वे के खिलाफ ही उन्होंने अपना अंतिम मैच खेला. इसके बाद पिछले 8 सालों से इस खिलाड़ी को न तो वनडे और न ही टी20 टीम में जगह मिली.

बरिंदर सरन ने भारत (Team India) के लिए इस दौरान 6 वनडे मैच खेले, जिसमे उन्होंने 7 विकेट झटके, उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वनडे क्रिकेट में भारत के लिए 56 रन देकर 3 विकेट लेना रहा. वहीं टी20 में उन्होंने भारत के लिए सिर्फ 2 ही मैच खेले और इस दौरान उन्हें 6 विकेट हासिल हुए. जिम्बाब्वे के खिलाफ उन्होंने 1 मैच में 10 रन देकर 4 विकेट झटके थे. वहीं एक मैच में उन्होंने 31 रन देकर 2 विकेट निकाले थे.

Team India: संन्यास लेते वक्त भावुक हुए बरिंदर सरन (Barinder Sran)

बरिंदर सरन (Barinder Sran) ने अपने इन्स्टाग्राम के माध्यम से अपने संन्यास की जानकारी देते हुए लिखा कि

 “जैसे ही मैंने ऑफिशियली क्रिकेट से संन्‍यास लिया मैं कृतज्ञता से भरे दिल के साथ अपनी यात्रा को याद करता हूं. 2009 में बॉक्सिंग से स्विच करने के बाद से क्रिकेट ने मुझे अनगिनत और अविश्वसनीय अनुभव दिए हैं. तेज गेंदबाजी जल्द ही मेरा भाग्यशाली आकर्षण बन गई और आईपीएल फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व करने के लिए दरवाजे खुल गए, अंततः 2016 में भारत का प्रतिनिधित्व करने का सर्वोच्च सम्मान मिला.”

वहीं उन्होंने अपनी बात को बढ़ाते हुए आगे कहा कि

“भले ही मेरा इंटरनेशनल करियर छोटा था, लेकिन उस दौरान बनाई गई यादें हमेशा संजोई रहेंगी. मुझे सही कोच और मैनेजमेंट देने के लिए मैं ईश्वर का सदैव आभारी हूं, जिन्होंने मेरी पूरी जर्नी में मेरा साथ दिया. जैसे ही मैं इस नए अध्याय की शुरुआत कर रहा हूं, मैं क्रिकेट द्वारा मुझे दिए गए अवसरों के लिए बहुत आभारी हूं. अंत में जैसा कि कहा जाता है, “आसमान की तरह, सपनों की भी कोई सीमा नहीं होती”, इसलिए सपने देखते रहें.”

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