Ruturaj Gaikwad Post match RCB vs CSK

Ruturaj Gaikwad post match CSK vs RCB, IPL 2024: पांच बार की आईपीएल चैंपियन चेन्नई सुपर सीजन (Chennai Super Kings) अपने अंतिम मुकाबले में 27 रनों से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से 27 रनों से हार गई। इस हार के बाद टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई।

यह सीएसके का तीसरा ऐसा सीजन रहा, जिसमें टीम प्लेऑफ में क्वालीफाई नहीं कर पाई। टीम के इस प्रदर्शन से सीजन में पहली बार कप्तानी कर रहे ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) निराश नजर आए।

Ruturaj Gaikwad हुए CSK की हार से निराश

मैच के बाद सीएसके के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने बात करते हुए कहा कि

“मै ईमानदारी से कहूं तो यह एक अच्छा विकेट था, यह स्पिन कर रहा था और थोड़ा पकड़ बना रहा था, लेकिन मुझे लगता है कि इस मैदान पर 200 का स्कोर हासिल किया जा सकता था। हम नियमित अंतराल पर विकेट खोते रहे, यह एक या दो हिट की बात थी, कभी-कभी टी20 खेल में ऐसा हो सकता है। लक्ष्य जो था उससे काफी खुश हूं, सीजन को संक्षेप में कहें तो, मैं 14 खेलों में से सात जीत हासिल करके काफी खुश हूं।”

उन्होंने आगे कहा कि

“आखिरी दो गेंदों में लाइन पार नहीं कर सका। हमें जिस तरह की चोटें लगी थीं, दो फ्रंटलाइन गेंदबाजों की कमी, साथ ही शीर्ष क्रम में कॉनवे का न होना, मुझे लगता है कि तीन प्रमुख खिलाड़ियों के न होने से बहुत फर्क पड़ा।”

स्टाफ की तारीफ की

ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने टीम के स्टाफ की जमकर तारीफ की और कहा कि

“सीएसके स्टाफ और पूरे सीजन में हमारे लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले सभी लोगों को श्रेय। पहले गेम के दौरान हमारे लिए कई चुनौतियाँ थीं। फिज (मुस्तफ़िउर) को चोट लगी, फिर पथिराना को भी चोट लगी, वह वापस आए और फिर पथिराना चूक गए। जब आपके आसपास चोटें होती हैं, तो आपको टीम में वह संतुलन लाना होता है और हर खेल के लिए इसे (टीम) चुनना होता है। मुझे लगता है कि इस सीज़न का सारांश अच्छा है, जहां हमें खिलाड़ियों की चोटों और सभी बीमारियों को ध्यान में रखते हुए अपनी अंतिम एकादश में बदलाव करना पड़ा।”

अंत में ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने कहा कि

“सात जीत से खुश, फिर भी जीत की सीमा पार नहीं कर सका। इससे खुश हूं, हमने पिछले साल अपने आखिरी नॉकआउट गेम में आखिरी 2 गेंदों पर 10 रन बनाए थे, इसलिए यह एक ऐसी ही स्थिति थी, हालांकि इस सीजन में कई चीजें हमारे मुताबिक नहीं रहीं। मेरे लिए, व्यक्तिगत मील के पत्थर वास्तव में बहुत मायने नहीं रखते, आख़िरकार अंतिम लक्ष्य जीतना है। यदि आप वहां नहीं पहुंच पा रहे हैं, तो यह निराशा है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप एक सीज़न में 100 रन बनाते हैं या 500-600 रन बनाते हैं। मैं हारने के बाद निराश हूं।”

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