भारत और बांग्लादेश (IND vs BAN) के बीच पहले टेस्ट मैच में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) काफी चर्चा में रहे. ऋषभ पंत ने लगभग 634 दिनों बाद मैदान पर वापसी की और वापसी करते हुए उन्होंने शानदार शतकीय पारी खेलकर सभी को अपना दीवाना बना लिया. पहली पारी में बल्लेबाजी करने आए ऋषभ पंत को शानदार शुरुआत मिली और उन्होंने यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) के साथ मिलकर भारतीय पारी (Indian Cricket Team) को संभालने की कोशिस की, लेकिन 39 रनों के निजी स्कोर पर उन्होंने एक गलत शॉट खेल कर अपना विकेट गंवा दिया.
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) जब दूसरी पारी में आए तो उन्होंने शतकीय पारी खेली और 109 रन बनाकर बांग्लादेश (Bangladesh Cricket Team) के खिलाफ 280 रनों की जीत में अहम योगदान दिया. इसके साथ ही ऋषभ पंत एक और कारण से चर्चा में रहे, उन्होंने दूसरी पारी में बल्लेबाजी के दौरान बांग्लादेश की कप्तानी की, जो चर्चा का विषय रहा. अब ऋषभ पंत ने खुद बताया है कि ऐसा उन्होंने क्यों किया.
Rishabh Pant ने बताया क्यों बांग्लादेश के लिए सजाई फिल्ड
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) से मैच के बाद सबा करीम ने पूछा कि आपने बल्लेबाजी के दौरान बांग्लादेश के लिए फिल्ड क्यों लगाई. सबा करीम ने पोस्ट मैच के दौरान ऋषभ पंत से पूछा
“तस्कीन अहमद जब गेंदबाजी कर रहे थे तब आप उनके लिए फील्डिंग सेट क्यों कर रहे थे. बांग्लादेश के कप्तान आप हैं या शांतो? तस्कीन ने आपकी बात भी मान ली थी, ऐसा क्यों?”
सबा करीम के इस सवाल का जवाब देते हुए भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने इसका श्रेय अजय जडेजा को देते हुए कहा कि
“अजय भाई (अजय जडेजा) से जब भी मैदान के बाहर बात होती है तो यही कहते हैं कि क्रिकेट को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है, चाहे अपनी टीम से खेलें या दूसरी टीम से। वहां कोई फील्डर नहीं था. उन्होंने एक ही जगह पर दो फील्डर खड़े कर रखे थे, तो मैंने बता दिया कि यहां भी एक फील्डर लगा दो.”
क्या था पूरा मामला?
भारतीय टीम जब दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रही थी, तो उस दौरान भारत के लिए शुभमन गिल और ऋषभ पंत बल्लेबाजी कर रहे थे, इन दोनों ने बांग्लादेश के हर गेंदबाज को परेशान कर रखा था, जिसके बाद बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शांतो ने गेंदबाजी के लिए तास्किन अहमद को बुलाया और गेंद सौंपी. इस दौरान दोनों फिल्ड सेट कर रहे थे.
उसी दौरान स्ट्राइक पर मौजूद ऋषभ पंत ने दोनों से कहा कि “इधर आएगा एक, भाई एक इधर.”