रवि शास्त्री: पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में टीम इंडिया ने साल 2013 में आईसीसी की चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया था। इसके बाद से भारत में आईसीसी ट्रॉफी का ऐसा सूखा छाया जो अब तक बरकरार है। टीम इंडिया पिछले 10 सालों से आईसीसी के बहुप्रतिष्ठित खिताब पर कब्जा जमाने के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन उसके हाथ अब तक खाली हैं। हाल ही में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच में ओवल में खेला गया था।
टीम इंडिया को मिला चोकर्स का टैग
इस मुकाबले में भारतीय टीम को करारी शिकस्त मिली और ऑस्ट्रेलिया ने टाइटल को अपने नाम कर लिया। इसके बाद से लगातार भारतीय टीम पर सवाल उठने लगे हैं। क्रिकेट जगत के तमाम दिग्गजों ने टीम इंडिया को चोकर्स का टैग दे दिया है। इस बीच भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज और मुख्य कोच रहे रवि शास्त्री ने खिलाड़ियों के कौशल पर सवाल उठाने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्होंने भारत को चोकर्स का टैग देने वाले क्रिकेटर्स को जमकर लताड़ लगाई है।
बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी के अलावा विश्व कप में भी टीम इंडिया को हर बार संघर्ष करते देखा गया था। भारत दो बार साल 2021 और 2022 दोनों में टी20 विश्व कप का खिताब गंवा चुका है। इससे पहले 2019 में टीम सेमीफाइनल में टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। यही वजह है कि क्रिकेट जगत में भारतीय टीम को चोकर्स का टैग दिया जाने लगा है।
रवि शास्त्री ने जताई आपत्ति
इसपर 1983 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे रवि शास्त्री ने आपत्ति जताई है। उन्होंने बताया है कि भारत के पास अच्छी टीम है जिसके दमपर वह फाइनल में पहुंचे हैं।
पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि,
“मैं ऐसा नहीं कहूंगा। मेरा मतलब है, ये दो टीमें जो खेल रही थीं (भारत और ऑस्ट्रेलिया) केवल दो टीमें थीं जिनके पास तीनों विश्व कप जीतने का मौका था। और ऐसा नहीं है कि हमें (विश्व कप में) हार का सामना करना पड़ा है। हम सेमीफाइनल में रहे हैं, हम फाइनल में रहे हैं।”
61 वर्षीय खिलाड़ी ने इस विषय में आगे बात करते हुए बताया कि इस हार के लिए किसी एक व्यक्ति को दोषी ठहराना गलत होगा। टीम को एक संयुक्त प्रयास की जरुरत थी।
उन्होंने आगे कहा कि,
“जब आप बड़ी जीत दर्ज करने के लिए आगे बढ़ते हो तो एक संयुक्त प्रयास की जरूरत होती है। आप एक व्यक्ति, एक कप्तान को दोष नहीं दे सकते।“
हर खिलाड़ी को बनाने होंगे 100 रन..
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेले गए मुकाबले में टीम इंडिया के ज्यादातर खिलाड़ी छोटी पारी खेलकर पवेलियन लौट गए थे। ऐसे में टम इंडिया विरोधी टीम के खिलाफ अच्छा स्कोर खड़ा करने में नाकाम साबित हुई थी।
इस विषय में बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि,
“आपको विश्व कप, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में 100 रन की जरूरत होती है। फिर आपके पास गेंदबाजों के लिए इसे सेट करने और ट्रॉफी जीतने का अच्छा मौका होता है। अगर आप 100 रन नहीं बना पाते हो तो आपको कम से कम तीन अर्धशतकों की जरूरत होती है, चाहे वह टेस्ट, टी20 या वनडे क्रिकेट हो। अगर आपने ऐसा नहीं किया है तो आप जीत के हकदार नहीं हैं।”