वनडे विश्व कप 2023 की शुरुआत में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। टीम इंडिया की अगुवाई में इस टूर्नामेंट का आगाज 5 अक्टूबर को होगा। 8 अक्टबूर से भारत अपने अभियान की शुरुआत करेगा। वहीं, 14 अक्टबूर को भारत और पाकिस्तान के बीच इस टूर्नामेंट का हाईवोल्टेज मुकाबला खेला जाएगा। उम्मीद है कि भारतीय टीम इस बार घरेलू कंडीशंस का फायदा उठाकर खिताब हासिल करने में कामयाब होगी। इस बीच पूर्व दिग्गज क्रिकेटर गौतम गंभीर ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को याद किया है।
2011 में भारत ने जीता था विश्व कप
भारत ने बीते दिन एशिया कप 2023 का खिताब हासिल कर लिया। अब टीम इंडिया की नज़र वनडे विश्व कप पर है। उम्मीद है कि रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारतीय टीम इस बार 10 साल से पड़े आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने में कामयाब होगी।
भारत ने आखिरी बार साल 2011 में वनडे विश्व कप का खिताब जीता था। उस वक्त टीम इंडिया के नेतृत्व का जिम्मा विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के कंधों पर था।
धोनी ने दी टीम के लिए कुर्बानी
गंभीर का मानना है कि पूर्व भारतीय कप्तान ने टीम इंडिया के लिए अपने अंदर के बल्लेबाज की कुर्बानी दी। पूर्व सलामी बल्लेबाज को लगता है कि धोनी ने टीम के लिए अपने इंटरनेशनल रनों का बलिदान दिया है। अगर उन पर भारतीय टीम की अगुवाई का जिम्मा नहीं होता तो वह निश्चित ही तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरते।
गंभीर ने कहा कि,
“एमएस धोनी ने टीम और ट्रॉफी के लिए अपने इंटरनेशनल रनों का बलिदान दिया। अगर वो कप्तान नहीं होते, तो भारत के लिए नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते। वह इस नंबर पर बल्लेबाजी कर और रन बना सकते थे, लेकिन उन्होंने अपने अंदर के बल्लेबाज का बलिदान दिया और उन्होंने टीम को आगे रखा।”