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“सिर्फ वही विदेश में अच्छा खेलता है…..” ब्रायन लारा ने इस भारतीय खिलाड़ी के तारीफों के बांधे पूल

भारतीय क्रिकेटिंग इतिहास में अलग-अलग समय पर अलग-अलग महान बल्लेबाज ने टीम इंडिया को अपनी सेवा दी. सबसे पहले अगर हम देंखे तो सुनील गावस्कर ने 70 और 80 के दशक में शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया था. इसके बाद 90 के दशक में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने डेब्यू किया.

सचिन तेंदुलकर का 24 साल का क्रिकेट कैरियर था जिसमे उन्होंने 100 शतक लगाए जो आज तक किसी भी बल्लेबाज ने नही लगाए हैं.

सचिन तेंदुलकर के ही एक साथी और वेस्टइंडीज क्रिकेट के सबसे बड़े बल्लेबाज ब्रायन लारा भी अपने समय के महानतम बल्लेबाज हैं. लारा के पास वेस्टइंडीज क्रिकेटरों में सबसे ज्यादा रन था. अब एक चैट शो के दौरान ब्रायन लारा ने सचिन तेंदुलकर पर एक बड़ी टिप्पणी की है, आइए आपको पढ़ाते हैं.

ब्रायन लारा ने कही ये बात

ब्रायन लारा ने कहा कि,

‘मैं भारतीय बल्लेबाजी में सचिन से पहले के समय से कुछ भी अलग नहीं कर रहा हूं, उनके पास सुनील गावस्कर, मोहम्मद अजहरुद्दीन थे… (लेकिन) जब आप भारत में भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बात करते हैं, तो उनमें से कई ऐसे हैं जो बहुत अधिक स्कोर करेंगे. अपने देश में चलता है लेकिन जब वे भारत छोड़ते हैं, तो कुछ ही ऐसे होते हैं जो बच जाते हैं और परिस्थितियों के अनुकूल हो जाते हैं … यह पहली चीज है जो मैंने सचिन के साथ देखी थी.’

सर से खून निकलने के बाद भी सचिन खेले

इसके बाद लारा ने कहा कि,

‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप उसे कहां ले गए, गेंदबाज या स्पिन की गति से कोई फर्क नहीं पड़ता, सचिन के पास तकनीक थी जो सब कुछ संभालने में सक्षम थी. मुझे लगता है कि भारतीय जनता ने भी इसे पहचाना है. यह पाकिस्तान के खिलाफ उनका पहला टेस्ट मैच था, जहां वह वास्तव में एक छोटी डिलीवरी से हिट हो गए थे. लेकिन वह उठे, सचिन के सर से खून भी बह रहा था, वह वहीं खड़ा रहा और उसने बल्लेबाजी की और वो बात… कि सिर्फ भारतीय बल्लेबाज ही नहीं बल्कि दुनिया भर के ढेर सारे बल्लेबाज इलाज के लिए पवेलियन चले जाते. मुझे लगता है कि उन्होंने काफी हिम्मत दिखाई है.’

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अंत में लारा कहते हैं,

‘सचिन की प्रतिभा, क्षमता और तकनीक कुछ ऐसी थी, जो एकदम परफेक्ट थी. वह अब तक के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक के रूप में उभरा. 16 साल की उम्र से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 24 साल… यह कुछ खास है.’

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