'रियान पराग को लगातार मौका मिल रहा, लेकिन मुझे..', भारतीय टीम के इस खिलाड़ी का छलका दर्द लगाया आरोप

आईपीएल में कई खिलाड़ी अपने मिले मौको को भुना लेते है और आगे बढ़ते है. वही कुछ खिलाड़ी टैलेंट के बावजूद भी अपने आप को उस हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर पाते है. तो वही कुछ बहुत आगे निकल जाते है. यही नहीं आईपीएल के जरिये ही कुछ खिलाड़ी ने भारतीय टीम में जगह बना चुके है. वही कुछ अपने टैलेंट के साथ न्याय नहीं कर पाते है.

इसी बीच भारतीय खिलाड़ी ने खुद के बार में चौकाने वाले खुलासे किये है, उन्होंने रियान पराग से तुलना कर बड़ा बयान भी दिया है.

रियान पराग को लगातार मौका मिल रहा, इस खिलाड़ी ने दिया बयान

भारतीय खिलाड़ी मनन वोहरा ने बड़ा बयान दिया है. 11 साल पहले आईपीएल में डेब्यू करने वाले मनन वोहरा का दर्द अब छलका है. उन्होंने रियान पराग को लेकर कहा उनको ज्यादा मौके मिले लेकिन उतना सपोर्ट उनको नहीं मिला. एक यूटुब चैनल पर उन्होंने बात करते हुए कहा कि,

“रियान पराग जब राजस्थान रॉयल्स की टीम में आए थे, तब वो 17 साल के थे। उस वक्त मैं टीम में था और वो मुझसे काफी अच्छी तरह से घुल-मिल गए थे। एक बड़े भाई की तरह मैं उनके आस-पास ही रहता था और उन्हें काफी गाइड करता था। इसके बाद उन्हें मौका मिलने लगा। उनके अंदर वो जबरदस्त स्ट्राइक की क्षमता थी। उन्हें मौका मिला लेकिन एक समय था, जब वो अच्छा नहीं कर रहे थे। हालांकि इसके बावजूद उन्हें लगातार मौका मिला। मुझे बुरा नहीं लगा कि उन्हें ज्यादा सपोर्ट मिल रहा था लेकिन मुझे भी उस तरह का सपोर्ट मिलना चाहिए था। ये चीज मेरे अंदर कुछ सालों तक दबी रही”

गौतम गंभीर ने दिया सपोर्ट

बता दें, मनन वोहरा अंतिम आईपीएल मैच आईपीएल 2023 में लखनऊ सुपर जायंट्स के ओर से खेला था. मनन वोहरा ने आगे बताया कि गौतम गंभीर के साथ बातचीत ने उन्हें अपनी नकारात्मक मानसिकता बदलने में कैसे मदद की। वोहरा को बाद में लखनऊ सुपर जायंट्स ने साइन किया, जहां गौतम गंभीर उनके मेंटर थे. उन्होंने बताया वह अपने आखिरी सीजन में, चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ एक गेम खेलने का मौका मिला, यह एक बारिश वाला मैच था जहां मैं सेट होने के बाद लखनऊ के चुनौतीपूर्ण विकेट पर 15-20 रन पर आउट हो गया था।”

अगले मैच से ही मुझे बाहर कर दिया गया. मैंने गंभीर से पूछा एक मैच में कोई भी आउट हो सकता है. मुझे मौका नहीं दिया गया. उन्होंने मुझे बहुत ही स्पष्ट, मधुर और सरल तरीके से उत्तर दिया और कहा, “हर किसी के लिए जीवन अलग होता है; कुछ खिलाड़ियों को आठ मैच मिलते हैं, कुछ को सिर्फ एक।

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