Abhishek Sharma: भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच आज 5 मैचों की टी20 सीरीज का पहला मैच कोलकाता में सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) और जोस बटलर (Jos Buttler) की कप्तानी में खेला गया, जहां टॉस जीतकर सूर्यकुमार यादव ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. पहले बल्लेबाजी करनी जोस बटलर की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम (England Cricket Team) सिर्फ 132 रन ही 20 ओवरों में बना सकी, जिसे टीम इंडिया ने आसानी से हासिल कर लिया.
भारतीय टीम जब 133 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो संजू सैमसन (Sanju Samson) के 26 और अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) के 79 रनों की बदौलत भारतीय टीम ने सिर्फ 12.5 ओवरों में 7 विकेट से इस मैच को अपने नाम कर लिया, भारत की जीत के बाद वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakaravarthy) को मैन ऑफ द मैच चुना गया.
Abhishek Sharma की जगह वरुण चक्रवर्ती को क्यों चुना गया मैन ऑफ द मैच?
भारतीय टीम टॉस जीतकर जब गेंदबाजी चुनी तो भारत को पहली 2 सफलता अर्शदीप सिंह ने दिलाई. उन्होंने दोनों ओपनर बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा दी. इसके बाद वरुण चक्रवर्ती ने मिडिल ओवरों में मैच को भारत के पाले में खींचने का काम किया. वरुण चक्रवर्ती ने हैरी ब्रूक और लियाम लिविंगस्टोन को सस्ते में ही पवेलियन भेज दिया.
वहीं वरुण चक्रवर्ती ने अंत में कप्तान जोस बटलर को भी आउट किया जो इंग्लैंड के लिए बड़ी पारी खेल सकते थे, ऐसे में भारतीय टीम के लिए वरुण चक्रवर्ती ने एक मैच विनर का काम किया, जिन्होंने इंग्लैंड की घातक बल्लेबाजी लाइनअप को मात्र 132 रनों पर समेटने में अहम भूमिका निभाई.
इसके अलावा जब भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) ने 34 गेंदों में 5 चौके और 8 छक्के की मदद से 79 रन बनाए, जिसकी वजह से भारतीय टीम ने 12.5 ओवरों में ही मैच अपने नाम कर लिया.
अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) की जगह वरुण चक्रवर्ती को मैन ऑफ द मैच चुनने के पीछे की वजह वरुण चक्रवर्ती की गेंदबाजी रही, क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड के 3 उन बल्लेबाजों का विकेट लिया जो बड़ा स्कोर खड़ा कर सकते थे, इसी वजह से अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) के 79 रन बनाने के बावजूद वरुण चक्रवर्ती को मैन ऑफ द मैच चुना गया.
मैन ऑफ द मैच बनने के बाद वरुण चक्रवर्ती ने कही ये बात
वरुण चक्रवर्ती ने मैन ऑफ द मैच बनने के बाद पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए कहा कि
“मैं आईपीएल में ऐसी पिचें देखने का आदी हूँ. मुझे पता है कि यह सीमर्स के लिए है, लेकिन मुझे पता है कि कुछ निश्चित लंबाई है जो मेरे लिए मददगार है. मैं गेंद को उनके आर्क से दूर रखने की कोशिश कर रहा हूँ, यह थोड़ा पकड़ रहा था. ईडन में हर ओवर में गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण है. जोस और अन्य लोगों जैसे बल्लेबाजों को गेंदबाजी करना निश्चित रूप से चुनौतीपूर्ण है. आखिरी ओवर बहुत मुश्किल और चुनौतीपूर्ण था, लेकिन भगवान की कृपा से मैं सफल रहा. मुझे एहसास हुआ कि मैं साइड-स्पिन से बल्लेबाजों को नहीं हरा सकता. मैं बल्लेबाजों को केवल उछाल के माध्यम से हरा सकता हूँ. मैं अभी भी 10 में से 7 पर हूँ, अभी भी और काम करना है.”