भारतीय टीम (Team India) एक तरफ जहां गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, वहीं भारत में रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) खेली जा रही है. भारत के अधिकतर युवा खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं. भारतीय टीम के धाकड़ खिलाड़ियों में से एक आयुष बदोनी (Ayush Badoni) जो मौजूदा समय में दिल्ली के कप्तान हैं, तो आईपीएल (IPL) में लखनऊ सुपर जायंटस (Lucknow Super Giants) के लिए खेलते हैं, उन्होंने झारखंड के खिलाफ दिल्ली के लिए दोहरा शतक जड़ दिया है. इसके साथ ही उन्होंने टीम इंडिया की दावेदारी पेश की है.
झारखंड के खिलाफ आयुष बदोनी के दोहरे शतक से जीती दिल्ली
आयुष बदोनी ने 16 चौके और 10 छक्के की मदद से 205 रनों की तूफानी पारी खेली, इसके बदौलत उन्होंने झारखंड पर पहली पारी में लीड हासिल की और अंत में मैच को अपने नाम करके 3 पॉइंट्स जोड़ लिए. इसके साथ ही अब उनकी टीम क्वाटर फाइनल खेलने की रेस में बनी हुई है.
दिल्ली की टीम अगर अपने बाकी के दोनों मुकाबले सौराष्ट्र और रेलवे के खिलाफ जीतने में सफल रहती है, तो उसके 20 पॉइंट्स हो जायेंगे. दिल्ली की टीम मौजूदा समय में 14 पॉइंट्स के साथ ग्रुप डी में मौजूद है और अगले दोनों मैच जीतकर टीम क्वाटर फाइनल में अपनी जगह अधिकारिक तौर पर पक्की कर लेगी.
आयुष बदोनी ने जस्टिन लैंगर को दिया इसका श्रेय
आयुष बदोनी को लखनऊ सुपर जायंटस में लाने वाले और मौका देने वाले गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) हैं, लेकिन रणजी ट्रॉफी में अपने करियर का पहला दोहरा शतक जड़ने के बाद आयुष बदोनी ने गौतम गंभीर को नजरअंदाज कर इसका पूरा श्रेय ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज जस्टिन लैंगर को दिया है.
लखनऊ सुपर जायंटस का कोच बनने के बाद 2023 में जस्टिन लैंगर ने आयुष बदोनी को वाका बुलाया था और वहां उन्होंने आयुष बदोनी को ट्रेनिंग दी थी. इस बात का खुलासा करते हुए आयुष बदोनी ने कहा कि
“लैंगर ने मुझे आक्रामकता को लेकर काफी कुछ सिखाया. इसे कैसे कंट्रोल करें और मैदान पर कैसे लाएं. उन्होंने मेरी ग्रिप सुधारी.”
इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली के कोच सरनदीप सिंह को भी अपनी गेंदबाजी कौशल का श्रेय देते हुए कहा कि
“आईपीएल के बाद मैंने अपनी गेंदबाजी पर फोकस किया. वहीं बडोनी ने रिटेन होने के बाद कहा था कि इससे मुझे काफी ज्यादा आत्मविश्वास हासिल हुआ है. तीन साल लखनऊ के साथ रहना और आजादी से खेलना ये अलग बात है.”
Gautam Gambhir को आयुष बदोनी ने किया पूरी तरह से नजरअंदाज
आयुष बदोनी ने इस पारी के दौरान उनका साथ देने वाले 2 सीनियर्स खिलाड़ियों को भी इस दोहरे शतक का श्रेय दिया और कहा कि
“उन दोनों के सपोर्ट का मुझे बहुत जरूरत था, मैंने नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए पहले भी शतक लगाया है, इसलिए मै इसी पोजीशन पर बल्लेबाजी करना चाहता था.”
इस दौरान आयुष बदोनी ने अपने पूर्व मेंटोर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का नाम तक नही लिया, जबकि लखनऊ सुपर जायंटस में गंभीर (Gautam Gambhir) ने ही उन्हें मौका दिया था, जबकि प्लेइंग 11 के हर मैच में गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की वजह से ही उन्हें मौका मिला था.