भारतीय टीम के तेज और घातक गेंदबाज आकाश दीप आज क्रिकेट जगत में एक जाना माना नाम बन चुके हैं। मौजूदा समय में खिलाड़ी इंग्लैंड में भारतीय टेस्ट टीम के साथ मिलकर टेस्ट सीरीज खेल रहे हैं। जिसमें आकाशदीप ने दूसरे टेस्ट में एक ऐसा कारनामा कर दिया है जिसके बाद उनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया हैं।
दरअसल दूसरे टेस्ट मैच में आकाश दीप ने 10 विकेट लिए हैं। इसी के साथ ही वह साल 1976 के बाद वह पहले ऐसे भारतीय गेंदबाज बने हैं जिन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी में उनके टॉप-5 बल्लेबाजों में से 4 को पवेलियन वापस भेज दिया। तो आइए आज हम आपको आकाश दीप के बारे में कुछ खास जानकारियां देते हैं।
आकाशदीप शहीद के खानदान से रखते है ताल्लुक
मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाज आकाशदीप ने अपनी जो पहचान बनाई है वह इतनी आसानी से नहीं बनी है। आपका जानकारी के लिए बता दें की आकाशदीप सन् 1887 की आजादी की लड़ाई के नायक शाहिद बाबू निशांत सिंह के वंशज हैं। दरअसल निशांत सिंह वीर कुमार सिंह के सेनापति पद पर नियुक्त थे। अंग्रेजों ने उन्हें कैमूर की गुफा से पकड़कर सासाराम में तोप से उड़ा दिया था। लेकिन आज उन्हीं का वंशज भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहकर अपनी विस्फोटक गेंदबाजी से और कमाल के प्रदर्शन से इतिहास रचता चला जा रहा है। जो की आकाशदीप के परिवार की लिए काफी गर्व की बात है।
पिता मास्टर, गरीबी से जूझ कर खेला क्रिकेट
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आकाशदीप एक मिडिल क्लास फैमिली से बिलॉन्ग करते हैं। उनके पिता राम जी सिंह सासाराम में शिक्षक थे और उनका यह सोच रहा था कि उनके बेटे की यानी की आकाशदीप की सरकारी नौकरी लग जाए। लेकिन उनकी मां जिनका नाम लडूमा देवी है। उन्होंने आकाशदीप की क्रिकेट में दिलचस्पी दिखी और उसको समझा इसके बाद आकाशदीप की मां ने उन्हें ट्रेनिंग के लिए भेजना शुरू कर दिया।
साल 2015 आकाशदीप के परिवार के लिए वह साल था जब उनके ऊपर दुखों का पहाड़ टूटा था। दरअसल इस साल पैरालिसिस से आकाशदीप के पिताजी मृत्यु हो गई थी। इतना ही नहीं पिता की मृत्यु के बाद 2 महीने बाद ही उनके बड़े भाई धीरज सिंह की मलेरिया होने के कारण मृत्यु हो गई थी। इसके बाद घर की पूरी जिम्मेदारी आकाशदीप पर आ गई थी घर के आर्थिक हालात सही न होने के बाद भी आकाशदीप ने कभी हार नहीं माना और आज वह एक ऐसे मुकाम पर हैं जहां हर आदमी पहुंचने की कोशिश करता है।
अब कैंसर से पीड़ित है बह, मैचके दौरान नहीं किया किसी से शेयर
इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच को जीतने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकाशदीप ने इस बारे में जानकारी दी की उनकी बड़ी बहन ज्योति सिंह को कैंसर है। इसी के साथ ही आकाशदीप ने यह भी कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ यह जीत में अपनी बहन को समर्पित करता हूं जो की मौजूदा समय में लखनऊ में रहती है। उन्होंने कहा कि मुझे और मेरे परिवार को अभी हाल ही में इस बारे में जानकारी मिली है कि उनकी बहन को कैंसर हैं।
रुला देगी आकाशदीप की कहानी
आकाश दीप के परिवार के बारे में बात करें तो वह अपने परिवार में 6 बहन-भाईयों में सबसे छोटे हैं। आकाश दीप का यह सफर काफी ज्यादा कठिन रहा है। वह एक ऐसा युवा है जिन्होंने इतने दुख झेलने के बाद भी अपने जीवन में कभी भी हार नहीं मानी है। हमेशा वह आगे बढ़ते रहे हैं।
जिससे वह आज इस मुकाम पर पहुंच पाए है। आकाश दीप ने अपने जीवन में परिवार की जिम्मेदारी, आर्थिक तंगी, और निजी दुखों सब कुछ देख चुके हैं। लेकिन उनके हार न माने का नतीजा है कि वह आज भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेल रहे है। इतना ही नहीं अपने बेहतरीन प्रदर्शन से टीम को जीत दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। आज आकाश दीप के लाखों फैंस है जो कि मैच दौरान उन्हें हमेशा सपोर्ट करते हैं।