न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम भारत दौरे के लिए दिल्ली पहुंच गई है। इस दौरे पर कीवी टीम पहले अफगानिस्तान के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में एकमात्र टेस्ट मैच खेलेगी। इसके बाद अगले महीने टीम भारत के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। इस सीरीज़ के पहले कीवी टीम के भारतीय टीम के पूर्व कोच को अपने साथ जोड़ा है, जो टीम इंडिया के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है।
पूर्व कोच ने भारत को दिया धोखा बने कीवी कोच
यह दिग्गज खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर हैं। विक्रम राठौर 2019 से 2024 तक भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच रहे और हाल ही में उन्होंने यह पद छोड़ दिया। उनके कार्यकाल में भारत ने कई महत्वपूर्ण मुकाबले खेले, जिसमें इस साल का आईसीसी टी20 विश्व कप अभियान भी शामिल था।
राठौर के कीवी टीम से जुड़ने का मकसद उनके भारतीय पिचों पर व्यापक अनुभव का फायदा उठाना है। खासकर जब न्यूजीलैंड की टीम भारत और एशिया में आने वाले समय में कई टेस्ट सीरीज खेलेगी। 9 सितंबर से न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान के बीच ग्रेटर नोएडा के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एकमात्र टेस्ट मैच खेला जाएगा। इसके बाद कीवी टीम श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी और फिर भारत लौटेगी।
श्रीलंका का यह दिग्गज भी कीवी से जुड़े
न्यूजीलैंड की टीम ने विक्रम राठौर के अलावा श्रीलंका के पूर्व स्पिनर रंगना हेराथ को भी अपने सपोर्ट स्टाफ में शामिल किया है। हेराथ सकलैन मुश्ताक की जगह लेंगे, जिन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में पद स्वीकार कर लिया है। विक्रम राठौर और रंगना हेराथ का एशियाई परिस्थितियों में अनुभव कीवी टीम के लिए बेहद लाभदायक साबित हो सकता है।
राठौर के भारतीय टीम के साथ कार्यकाल खत्म होने के बाद यह अफवाह थी कि वह आईपीएल की टीम राजस्थान रॉयल्स से जुड़ेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब वह न्यूजीलैंड की टीम के साथ जुड़कर उनकी मदद करेंगे। इस फैसले से न्यूजीलैंड की टीम को भारतीय उपमहाद्वीप में अपनी चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी। अफगानिस्तान के खिलाफ मैच के बाद न्यूजीलैंड भारत में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। ऐसे में विक्रम और हेराथ का योगदान कीवी टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।