Harbhajan Singh on MS Dhoni and Rohit Sharma captaincy: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) ने अभी हाल ही में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 (ICC T20 World Cup 2024) का ख़िताब जीता है. इससे पहले भारतीय टीम (Team India) ने कपिलदेव (Kapil Dev) और महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में आईसीसी विश्व कप की ट्रॉफी अपने नाम की है. कपिलदेव की कप्तानी में भारत ने 1983 में आईसीसी विश्व कप 1983 (ICC World Cup 1983) का खिताब जीता था, वहीं आईसीसी टी20 विश्व कप 2007 (ICC T20 World Cup 2007) और आईसीसी विश्व कप 2011 (ICC World Cup 2011) के साथ आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2013 (ICC Champions Trophy 2013) का ख़िताब भारत ने आईसीसी ट्रॉफी (ICC Trophy) जीती है.
भारत ने जब से रोहित शर्मा की कप्तानी में आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 का ख़िताब जीता है, तभी से रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी के बीच तुलना होने लगी है कि दोनों में कौन सर्वश्रेष्ठ कप्तान है. अब दिग्गज भारतीय खिलाड़ी हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने दोनों की कप्तानी में अंतर बताया है.
Harbhajan Singh ने बताया महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी करने का अंदाज
हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) को अभी हाल ही में “फाइंड अ वे विद तरुवर कोहली” पॉडकास्ट में देखा गया, जहां उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा (MS Dhoni and Rohit Sharma) की कप्तानी में अंतर बताया. हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) आईपीएल में कुछ साल चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा थे, इसी दौरान के एक वाकये के बारे में बात करते हुए हरभजन सिंह ने कहा कि
“एक मैच के दौरान, जब केन विलियमसन ने शार्दुल ठाकुर की लगातार दो गेंदों पर बाउंड्री लगाई, तो उन्होंने धोनी को सलाह दी कि शार्दुल को अलग लेंथ पर गेंदबाजी करने के लिए कहें. धोनी ने जवाब दिया कि पाजी, अगर मैं उसे अभी बता दूंगा, तो वह कभी नहीं सीखेगा. उसे खुद से सीखने दो। धोनी का मानना था कि खिलाड़ी अपनी गलतियों से जल्दी सीखते हैं.”
रोहित शर्मा की कप्तानी का तरीका है महेंद्र सिंह धोनी से अलग: Harbhajan Singh
हरभजन सिंह ने इसी पॉडकास्ट में रोहित शर्मा की कप्तानी के तरीके के बारे में भी बात की. हरभजन सिंह ने कहा कि एक तरफ जहां धोनी खिलाड़ियो से गलती होने पर उन्हें खुद सिखने का मौका देते हैं, तो वहीं रोहित शर्मा उनकी गलती के बाद तुरंत उनसे बात करते हैं.
रोहित शर्मा की कप्तानी के अंदाज के बारे में बात करते हुए हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने कहा कि
“वे बहुत अलग हैं. रोहित हर खिलाड़ी से व्यक्तिगत रूप से बात करते हैं और उन्हें भरोसा दिलाते हैं कि वे अपने काम को बखूबी कर सकते हैं. रोहित के लिए एक बेहतर कप्तान बनने का सबसे बड़ा मोड़ तब आया जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी शुरू की.”
हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने इसी पॉडकास्ट में आगे कहा कि
“टेस्ट क्रिकेट में कप्तान को अधिक सोच-समझकर रणनीतियां बनानी पड़ती हैं और यही बात रोहित की कप्तानी में सुधार का कारण बनी.”
पॉडकास्ट में राजस्थान रॉयल्स के पूर्व खिलाड़ी तरुवर कोहली ने रोहित शर्मा की कप्तानी की तुलना शेन वॉर्न से की. उन्होंने कहा कि
“जैसे शेन वॉर्न हर खिलाड़ी के पास जाकर उनकी भूमिका के बारे में बताते थे, उसी तरह रोहित शर्मा भी टीम के खिलाड़ियों से बात करते हैं और उन्हें प्रेरित करते हैं.”