Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम इंडिया ने अपने फाइनल स्क्वाड की घोषणा कर दी है जहां चोट के कारण पूरी तरह से फिट नहीं रहने वाले जसप्रीत बुमराह को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है, क्योंकि 12 फरवरी तक ही कोई भी क्रिकेट बोर्ड बिना आईसीसी की अनुमति के अपने टीम में बदलाव कर सकते हैं. एक तरफ देखा जाए तो यशस्वी जायसवाल को बाहर करते हुए भी उन्हें नॉन ट्रैवलिंग सब्सीट्यूट के रूप में शामिल किया गया है लेकिन जसप्रीत बुमराह का नाम टीम से पूरी तरह गायब है.
ऐसे में सोचने की बात यह है कि अगर चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) शुरू होने या फिर बीच टूर्नामेंट के दौरान अगर वह पूरी तरह फिट हो जाते हैं तो क्या टीम में उन्हें वापस बुलाया जा सकता है तो इसे लेकर आईसीसी का एक बहुत बड़ा नियम है जो सामने आया है.
Champions Trophy 2025 में क्या है आईसीसी नियम
जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की वापसी को लेकर बीसीसीआई ने आखिरी समय तक इंतजार किया, लेकिन जब नतीजा उनके पक्ष में नहीं निकला तो उन्होंने हर्षित राणा (Harshit Rana) को बुमराह के रिप्लेसमेंट के रूप में टीम में शामिल कर दिया. आईसीसी के नियम के मुताबिक देखा जाए तो अगर चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) के दौरान टीम इंडिया का कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो जिन खिलाड़ियों को नॉन ट्रैवलिंग रिजर्व में शामिल किया गया है उस खिलाड़ी को मौका दिया जाएगा.
ऐसे में जसप्रीत बुमराह की वापसी यहां भी मुश्किल होती नजर आ रही है क्योंकि उन्हें बीसीसीआई ने नॉन ट्रैवलिंग रिजर्व में भी नहीं रखा है. वैसे में वह चैंपियंस ट्रॉफी का एक भी मैच नहीं खेल पाएंगे. भले ही यशस्वी जायसवाल को टीम से बाहर करते हुए वरुण चक्रवर्ती को मौका दिया गया है लेकिन फिर भी नॉन ट्रैवलिंग रिजर्व के रूप में यशस्वी जयसवाल टीम में शामिल है.
दुबई में टीम इंडिया खेलेगी सारे मैच
टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) के अपने सभी मुकाबले हाइब्रिड मॉडल के तहत दुबई में खेलती नजर आएगी, जहां नॉन ट्रैवलिंग रिजर्व के रूप में यशस्वी जयसवाल, मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) और शिवम दुबे (Shivam Dube) को रखा गया है. अगर कोई भी भारत का तेज गेंदबाद चोटिल होता है, तो सिराज उसे रिप्लेस कर देंगे.
टीम इंडिया 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ दुबई के मैदान पर अपना पहला मुकाबला खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जहां एक दशक से भी ज्यादा समय तक चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब के सुखे को इस बार रोहित शर्मा अपनी कप्तानी में जरूर खत्म करना चाहेंगे.