Gautam Gambhir और रोहित शर्मा के बीच सबकुछ नहीं है ठीक, 3 ग्रुप में अब बंट गई है टीम इंडिया

भारतीय टीम (Team India) के मौजूदा कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की मुसीबत बढ़ती ही जा रही है, जब से वो भारतीय टीम के कोच बने हैं, उनके साथ कुछ भी अच्छा नही हो रहा है. पहले उनकी कोचिंग में भारत को श्रीलंका (Srilanka Cricket Team) के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज में 0-2 से सीरीज गंवानी पड़ी, वहीं उसके बाद उनकी कोचिंग में भारत को पहली बार न्यूजीलैंड (New Zealand Cricket Team) के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी, तो ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) में 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा.

गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की कोचिंग में पिछले 8 मैचों में से भारतीय टीम को 6 मैचों में शिकस्त झेलना पड़ा है, जबकि 1 मैच ड्रा पर खत्म हुआ है, तो सिर्फ 1 मैच में ही टीम इंडिया जीत हासिल कर सकी है और यही वजह है कि भारतीय टीम का लगातार तीसरी बार आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल (WTC Final) खेलना का सपना टूट गया.

अब गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) पर उनके साथी खिलाड़ी ने गंभीर आरोप लगाए हैं, इस पूर्व भारतीय खिलाड़ी का आरोप है कि भारतीय कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने उसके परिवार को गाली तक दी है और वो एक नंबर के पाखंडी हैं, जो कहते हैं वो कभी नही करते हैं.

Gautam Gambhir को मनोज तिवारी ने बताया फ्लॉप कोच

गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की कोचिंग में भारतीय टीम को पिछले 8 मैचों में से 6 में हार का सामना करना पड़ा है, वहीं 1 वनडे सीरीज में भारतीय टीम के लचर प्रदर्शन के बाद भारत के लिए 12 वनडे और 3 टी20 मैच खेलने वाले मनोज तिवारी ने कहा कि परिणाम खुद बोलते हैं. मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) का मानना है कि गौतम गंभीर को सफल कोच बनने और भारतीय टीम की मौजूदा स्थिति को सुधारने के लिए बहुत कुछ सिखने की जरूरत है.

हिन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स के अनुसार मनोज तिवारी ने कहा कि

“परिणाम देखने को मिलते हैं. जब आप अपने छोटे से कार्यकाल में तीन सीरीज हार जाते हैं. आप बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हार जाते हैं और सबसे अहम बात यह है कि आप न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज हार जाते हैं. यह एक बड़ी हार थी, क्योंकि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. बहुत सी बातें खुद ही बोलती हैं. न्यूजीलैंड से घरेलू सीरीज में हारना बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. अपने छोटे से करियर में, आप श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज भी हार गए. हार-जीत खेल का हिस्सा है, लेकिन परिणाम खुद ही सब कुछ बयां कर देते हैं. आपको इन हार के पीछे के कारणों को देखना होगा. आपको समझना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी चीजें जारी न रहें. वह उन परिणामों को क्यों नहीं दे पाए,जिसकी उनसे उम्मीद की गई थी?”

वहीं राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की तारीफ करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि

“राहुल द्रविड़ को उन्‍होंने रिप्‍लेस किया. राहुल द्रविड़ ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन किसी तरह वह आगे नहीं बढ़ पाए और यह पूरी तरह से कोचिंग में अनुभव की कमी के कारण है.”

मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर को इस वजह से बताया पाखंडी

मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को पाखंडी बताया है, इसके पीछे उन्होंने कारण भी दिया है. खुद का बचाव करते हुए मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के पुराने बयान का हवाला दिया, जिसमे गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने कहा था कि बीसीसीआई को विदेशी कोच रखने के बजाय भारतीय कोच रखने के बारे में विचार करना चाहिए. मनोज तिवारी ने कहा कि वो कुछ कहते हैं और करते कुछ और हैं, उन्होंने विदेशी कोच रयान टेन डोशेट और मोर्ने मोर्कल को सहायक कोच और गेंदबाजी कोच के रूप में जोड़ रखा है.

मनोज तिवारी ने अपने बयान में आगे कहा कि

“मैंने उन्हें पाखंडी क्यों कहा? अगर आपको याद हो तो इसका कारण उनका एक इंटरव्यू है.एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था-ये सभी विदेशी कोच, विदेश से आने वाले सभी लोग,कोई भावना नहीं रखते, उनके पास कोई भावना नहीं होती. वे पैसे कमाते हैं और मौज-मस्ती करते हैं.”

मनोज तिवारी ने आगे कहा कि

“जब उनके पास सभी भारतीय कोच और भारतीय मूल के सहयोगी स्टाफ को चुनने का समय था तो उन्होंने रयान टेन डोशेट और मोर्ने मोर्केल के नाम क्यों आगे रखे? उन्हें वह सब कुछ मिला,जो वे चाहते थे, लेकिन वे परिणाम नहीं दे पा रहे हैं.उनकी कथनी-करनी में कोई मेल नहीं है, इसलिए मैंने उन्हें पाखंडी कहा. “

मनोज तिवारी का आरोप Gautam Gambhir ने 2015 में उनके परिवार को दी थी गाली

मनोज तिवारी ने इस दौरान 2015 के रणजी ट्रॉफी के दौरान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के साथ हुए विवाद पर चुप्पी तोड़ी है, गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) पर आरोप लगाते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2015 में उनके परिवार के बारे में अपशब्द बोले थे. मनोज तिवारी का आरोप है कि उन्होंने सिर्फ उनके परिवार को ही नही बल्कि सौरव गांगुली के लिए भी गलत शब्दों का प्रयोग किया था.

मनोज तिवारी ने अपने बयान में उस घटना को याद करते हुए कहा कि

“दिल्ली में रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान जब गौतम गंभीर ने मुझसे झगड़ा किया था तो सभी ने गौतम गंभीर के मुंह से निकली हर बात सुनी थी.चाहे वह सौरव गांगुली के बारे में बुरा बोल रहे हो या मेरे परिवार के लिए गलत शब्‍दों का इस्‍तेमाल किया हो, उन्‍हें कुछ लोगों ने बचाया हुआ था.मैं इसी पीआर की बात कर रहा हूं.खिलाड़ियों को चुनने और उन्हें प्लेइंग इलेवन में चुनने की प्रक्रिया ठीक से नहीं हो रही है.हर्षित राणा के लिए आकाश दीप को बाहर कर दिया गया.अगर आपको लगता है कि हर्षित इतने अच्छे हैं तो आपने उन्‍हें बाकी की सीरीज के लिए क्यों नहीं रखा?”

नीतीश राणा और हर्षित राणा के सपोर्ट पर भी बोले मनोज तिवारी

मनोज तिवारी ने जब कहा था कि गौतम गंभीर ने अकेले ही केकेआर को ट्रॉफी नही जिताई थी, इसके बाद गौतम गंभीर के सपोर्ट में केकेआर के 2 खिलाड़ी उतर आए थे. हर्षित राणा (Harshit Rana) और नीतीश राणा (Nitish Rana) ने मनोज तिवारी को गलत बताते हुए गौतम गंभीर का सपोर्ट किया, जिसके बाद मनोज तिवारी ने कहा कि

“ये सब पीआर गेम है. वे दोनों (हर्षित और नीतीश) केकेआर के लिए गंभीर के रहते हुए खेले हैं और इसलिए यह साफ है कि वे उस व्यक्ति के पक्ष में होंगे, जिसने कप्तान के रूप में केकेआर को दो आईपीएल खिताब दिलाए.”

वहीं उन्होंने आकाश दीप (Akash Deep) की जगह ऑस्ट्रेलिया में हर्षित राणा के खेलने पर भी सवाल उठाया और गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) पर पक्षपात का आरोप लगाया. मनोज तिवारी ने कहा कि

“हर्षित राणा पर्थ में आकाश दीप की जगह खेले. यह कैसे संभव हुआ? आकाश दीप ने क्या गलत किया? उन्होंने बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की.एक तेज गेंदबाज के तौर पर आप अनुकूल परिस्थितियों में गेंदबाजी करने का सपना देखते हैं, लेकिन आपने उन्हें बाहर कर दिया और हर्षित को शामिल कर लिया, जिन्हें फर्स्‍ट क्‍लास का उतना अनुभव नहीं है.आकाश दीप के रिकॉर्ड शानदार हैं.यह पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण चयन है. यही कारण है कि खिलाड़ी आगे आकर उनका बचाव करेंगे.”

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