भारतीय टीम (Team India) के स्टार खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) इस समय शानदार फॉर्म में हैं, टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने उन्हें अपना ओपनिंग पार्टनर बना रखा है. यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने पहले अंडर-19 और उसके बाद एक शानदार रणजी ट्रॉफी के बाद टीम इंडिया में अपनी जगह बनाई, उसके बाद से ही उन्होंने लगातार शानदार प्रदर्शन से सभी को अपना दीवाना बना लिया है.
यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) को उनके लगातार शानदार प्रदर्शन की वजह से टीम इंडिया में मौका मिल रहा है और मौजूदा समय में वो टीम इंडिया के ओपनर की तौर पर टेस्ट और टी20 में पहली पसंद हैं. अब उनके बड़े भाई तेजस्वी जायसवाल (Tejashwi Jaiswal) ने भी अपना रणजी डेब्यू कर लिया है.
Tejashwi Jaiswal ने इस राज्य के लिए किया अपना रणजी डेब्यू
यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) के बड़े भाई तेजस्वी जायसवाल (Tejashwi Jaiswal) ने अपने राज्य उत्तर प्रदेश या फिर मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी न खेलकर किसी और राज्य के लिए अपना रणजी डेब्यू किया है. यशस्वी जायसवाल के बड़े भाई ने त्रिपुरा से खेलते हुए मेघालय के खिलाफ शिलॉन्ग में रणजी ट्रॉफी का अपना डेब्यू मैच खेला है. इस दौरान उन्हें त्रिपुरा के कप्तान मनदीप सिंह ने डेब्यू कैच थमाया है.
मनदीप सिंह (Mandeep Singh) की बात करें तो वो पंजाब के आलराउंडर खिलाड़ी हैं और भारत के लिए 3 टी20 मैच खेल चुके हैं. इस दौरान 1 अर्धशतक की बदौलत 87 रन बनाया है. उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नॉट आउट 52 रनों का रहा है. मनदीप सिंह पहले पंजाब के लिए खेलते थे, लेकिन अब त्रिपुरा की टीम का हिस्सा हैं और टीम ने उन्हें अपना कप्तान बना रखा है.
मनदीप सिंह ने ही यशस्वी जायसवाल के बड़े भाई तेजस्वी जायसवाल को डेब्यू कैप दिया है. मनदीप सिंह के लिए ये मैच बेहद खास था, क्योंकि ये उनका 100वां प्रथम श्रेणी मैच था.
वहीं तेजस्वी जायसवाल के छोटे भाई यशस्वी जायसवाल ने अपने बड़े भाई को रणजी ट्रॉफी में डेब्यू के लिए मुबारकबाद दी है और इस पल को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है.
216 के स्ट्राइक रेट से Yashasvi Jaiswal के बड़े भाई तेजस्वी ने की बल्लेबाजी
यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) की तरह उनके बड़े भाई तेजस्वी जायसवाल भी बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज हैं. इस खिलाड़ी को जब अपना पहला रणजी मैच खेलने का मौका मिला तो उन्होंने विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी की और 216 के स्ट्राइक रेट से रन बनाया. हालांकि वो बड़ी पारी नही खेल सके और एलबीडब्ल्यू आउट होकर पवेलियन लौट गये, लेकिन उन्होंने दिखा दिया कि उनके अंदर भी यशस्वी जायसवाल की तरह तेज बल्लेबाजी करने का हुनर है.
तेजस्वी की बात करें तो उन्होंने त्रिपुरा के लिए नंबर 3 पर बल्लेबाजी की और पहला विकेट गिरने के बाद वो बल्लेबाजी के लिए आए, मैदान पर आते ही उन्होंने चौके की बरसात कर दी. तेजस्वी 6 गेंदों में 216 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 13 रन बनाकर आउट हुए, वहीं दूसरी पारी में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नही मिला, क्योंकि त्रिपुरा ने ये मैच 1 पारी और 17 रनों से अपने नाम किया.