भारत के दो पूर्व सिलेक्टरों ने विराट कोहली के टी-20 वर्ल्ड कप-2021 के बाद टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने के निर्णय का स्वागत किया है. एक ने तो यह भी कहा कि सिलेक्टर्स के सामने विराट कोहली की सफल कप्तानी के बाद इसपर फैसला लेना मुश्किल होगा. साथ ही संदीप पाटिल ने यह भी कहा कि विराट कोहली और बीसीसीआई के बीच कम्युनिकेशन गैप है, जो हमें पिछले कुछ दिनों में देखने को मिला.
विराट कोहली का अड़ियल रवैया भी बना कारण
भारतीय कप्तान विराट कोहली का अड़ियल रवैया भी विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने का कारण बना है. विराट कोहली और बीसीसीआई के बीच हमेशा से ही कम्युनिकेशन गैप रहा है. भारतीय कप्तान विराट कोहली हमेशा से ही अपनी मनमानी करते आए हैं. विराट कोहली ने कभी भी बीसीसीआई की नहीं सुनी. वहीं भारतीय खिलाड़ी भी विराट कोहली एक व्यवहार से खुश नहीं थे. महेंद्र सिंह धोनी जब भारतीय टीम के कप्तान थे, तो हमेशा ही युवा खिलाड़ियों की मदद करते थे और उनसे बात करके उनकी समस्या सुलझाते थे, जबकि विराट कोहली ऐसा कुछ नहीं करते थे, जिसके कारण कई खिलाड़ी विराट कोहली से नाराज चल रहे थे.
24 घंटे खिलाड़ियों के लिए खुला रहता था धोनी का कमरा
कोहली की कप्तानी को लेकर अब काफी समय से सवाल उठने लगे थे, लेकिन गुरुवार उन्होंने अचानक टि्वटर पर इसकी घोषणा की. बोर्ड ने बाद में इसका ऐलान किया. लेकिन सवाल उठ रहा है कि आखिर इसके पीछे की वजह क्या है? क्यों कोहली को अचानक अपनी कप्तानी छोड़नी पड़ी. कोहली का व्यवहार इसके पीछे एक बड़ी वजह है. पीटीआई ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया,
‘विराट के साथ समस्या संवाद की है. महेंद्र सिंह धोनी का कमरा चौबीस घंटे खुला रहता था और कोई भी खिलाड़ी अंदर जा सकता था. उनके साथ वीडियो गेम खेल सकता था, खाना खा सकता था और जरूरत पड़ने पर क्रिकेट के बारे में बात भी कर सकता था.’
उन्होंने कहा,
‘मैदान के बाहर कोहली से संपर्क कर पाना बेहद मुश्किल काम है.’