Sanju Samson: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) का आईपीएल 2025 में सफल लगभग समाप्त हो चुका है। इस साल आईपीएल में उनके लिए कुछ खास नहीं रहा। फिर चाहे बाद टूर्नामेंट की हो या फिर रिटेन किए गए खिलाड़ियों के प्रदर्शन की हो। कप्तान संजू सैमसन (Sanju Samson) को बीच टूर्नामेंट में चोट लग जाने की वजह से वह सीजन की शुरुआत के वक्त आराम पर थे।
तीन मैचों में उन्हें बीसीसीआई (BCCI) मेडिकल टीम से विकेट कीपिंग की इजाजत नहीं मिली थी। इसलिए बतौर इंपैक्ट प्लेयर वह टीम में शामिल हुए। लेकिन बाद में संजू सैमसन (Sanju Samson) की पेट की मांसपेशियां खिंच गई थी। लेकिन इस बीच संजू को लेकर के एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं।
राजस्थान रॉयल्स में पक रही है खिचड़ी
संजू सैमसन राजस्थान टीम का नेतृत्व करते हैं और चोटिल होने की वजह से रियान पराग को टीम का कप्तान बनाया गया था। संजू ने 16 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अपना आखिरी मुकाबला खेला था। जिसके बाद वह टीम डगआउट में भी दिखाई नहीं दिए। जहां कुछ एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि पेट की मांसपेशियों में खिंचाव इतना बड़ा मुद्दा नहीं है कि वह मैच नहीं खेल सकते।
खबरों की माने तो संजू की खींचतान टीम मैनेजमेंट के साथ चल रही है। जिसके चलते संजू ने खुद को अनफिट बढ़कर प्लेइंग इलेवन से खुद को दूर कर लिया है।
कोच के साथ नहीं गल रही है Sanju Samson की दाल
दरअसल कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संजू और कोच राहुल द्रविड़ के और स्टाफ के बीच नहीं बन पा रही है। टीम मैनेजमेंट का झुकाव कोच की तरफ ज्यादा है। दोनों पक्षों में टकराव इतना ज्यादा हो चुका है कि अगली आईपीएल से पहले किसी एक को टीम का साथ छोड़ना पड़ेगा। ऐसे में संजू सैमसन के रॉयल चैलेंजर्स छोड़ने के आसार ज्यादा दिखाई दे रहे हैं।
राजस्थान रॉयल्स के लिए Sanju Samson का सफर
संजू सैमसंग (Sanju Samson) के आईपीएल करियर को देखें तो अब तक 13 सीजन के उनके करियर में वह 11 बार राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा रह चुके हैं। आईपीएल 2013 में डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी ने पहले तीन सीजन इस फ्रेंचाइजी के साथ के लिए। लेकिन बाद में दो सीजन में दिल्ली कैपिटल का भी हिस्सा रहे और 2018 में उन्हें एक बार फिर राजस्थान टीम का हिस्सा बनने का मौका मिला।
2021 में उन्हें टीम की कप्तानी मिली। 2022 में उन्होंने टीम को फाइनल में भी पहुंचा। लेकिन वह ट्रॉफी जीतने से चूक गए। पिछले सीजन भी टीम प्लेऑफ में पहुंची थी। लेकिन ट्रॉफी अपने नाम नहीं कर पाई थी।