भारतीय टीम में 1 साल के अंदर कई सारे खिलाड़ियों को कप्तानी की जिम्मेदारी भी दी गई। कई मौकों पर बीसीसीआई ने बड़े फैसले लेते हुए हेड कोच की जिम्मेदारी भी अलग दिग्गज खिलाड़ियों को दी, लेकिन नतीजा निकला निल बटा सन्नाटा। वहीं समय के साथ भारतीय टीम के प्रदर्शन में भी लगातार गिरावट देखी जा रही है।
आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ी फुस्स -पटाका साबित हो रहे हैं, तो वहीं बांग्लादेश के खिलाफ भी खिलाड़ियों ने कुछ खास प्रदर्शन नहीं दिखाया है। हालांकि टीम के इस गिरते प्रदर्शन के पीछे प्रमुख कारण छुपे हुए हैं।
1.विराट कोहली से छीनी गई कप्तानी
विराट कोहली से जिस तरीके से कप्तानी को छीना गया यह फैसला खुद भारतीय मैनेजमेंट के लिए गलत साबित हुआ। हालांकि विराट खुद भी टी20 की कप्तानी छोड़ना चाहते थे और वनडे टेस्ट क्रिकेट में बतौर कप्तान खेलना चाहते थे । लेकिन उस समय बीसीसीआई के सिलेक्टर्स क्रिकेट के हर प्रारूप में सिर्फ एक कप्तान चाहते थे
2.आईपीएल के प्रदर्शन ने बनाया रोहित शर्मा को कप्तान
क्रिकेट के मैदान में हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित शर्मा को कप्तान बनाने के पीछे उनका आईपीएल प्रदर्शन था। मुंबई की टीम को बतौर कप्तान 5 बार आईपीएल की ट्रॉफी दिलाने वाले रोहित शर्मा को इसी वजह से इंटरनेशनल मैच की कप्तानी सौंपी गई ताकि वह भारतीय टीम को भी हर जगह जीत का खिताब दिलाएंगे। लेकिन आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में रोहित शर्मा की कप्तानी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पा रही है।
3.भारत के लिए नहीं आईपीएल के लिए खेलना पसंद करते हैं
टीम इंडिया में कई सारे खिलाड़ी ऐसे हैं जो अक्सर वर्क लोड मैनेजमेंट का बहाना देकर इंटरनेशनल क्रिकेट से आराम ले लेते हैं। लेकिन जब बात आईपीएल की आती हैं, तो इस टूर्नामेंट के शुरू होते ही ये यह खिलाड़ी बिना किसी चोट और वर्क लोड के साथ 3 महीने तक चलने वाली इस लीग को खेलते हैं।