एशिया कप(ASIA CUP 2022) के लिए भारतीय टीम यूएई पहुंच गई है और टीम ने वहां प्रैक्टिस भी शुरु कर दी है. टीम का चयन पहले ही किया जा चुका है. भारतीय टीम के लिए खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है. हर किसी का ये सपना पूरा नहीं हो पाता है, लेकिन रीवा के कुलदीप सेन(KULDEEP SEN) का ये सपना सच हो गया है.
हालांकि, कुलदीप सेन(KULDEEP SEN) को टीम में बतौर बैकअप खिलाड़ी के तौर पर चुना गया है. टीम इंडिया की ये कॉल कुलदीप सेन के लिए किसी सपने से कम नहीं है. कुलदीप सेन(KULDEEP SEN) ने इसी साल आईपीएल में भी डेब्यू किया था और अब उन्हें एशिया कप की टीम में शामिल कर लिया गया है.
अभी भी नहीं हो रहा यकीन
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कुलदीप सेन(KULDEEP SEN) ने बताया,
“एक अच्छे सेशन के बाद मैं इंडिया से बुलावा आने की उम्मीद कर रहा था. मुझे अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि मुझे इंडिया टीम से कॉल आया है. मैं बतौर बैकअप खिलाड़ी के तौर पर टीम में चुना गया हूं, लेकिन मैं टीम का हिस्सा बनकर खुश हूं. मैं दुबई जाने के लिए रास्ते में हूं.”
पिता क्रिकेट के लिए नहीं थे राज़ी
कुलदीप ने आगे बात करते हुए बताया,
“करीब एक साल तक मैंने अपने पिता को नहीं बताया कि मैंन क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया है. उनकी रीवा में सिरमोर चौराहे पर एक नाई की दुकान है. मैं शाम को उनके घर आने से पहले घर आ जाया करता था. मेरा डिस्ट्रिक में सिलेक्श हो दाने के बाद भी वो मेरे क्रिकेट खेलने के पक्ष में नहीं थे.”
मेरा स्टेट टीम में सिलेक्शन हो जाने के बाद मेरे पिता तैयार हुए, लेकिन आर्थिक स्थिति मुझे इजाज़त नहीं दे रही थी,
“मैंने खुद से सारी चीज़ें मैनेज की. मेरे चार भाई बहन हैं और मैं उनमें बीच का हूं.”
रणजी के बाद बदली स्थिति
कुलदीप सेन ने रणजी में डेब्यू किया. इसके बाद से उनकी परिस्थितियों में कुछ बदलाव आए. कुलदीप ने आगे बात करते हुए कहा,
“मेरी प्रदर्शन को देखते हुए मुझे एजी डिपार्टमेंट में क्लर्क की नौकरी मिल गई. इसके बाद जब राजस्थान रॉयल्स ने मुझे खरीदा, तब मेरी स्थिति और बेहतर हो गई.
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