वास्तविक क्रिकेट टेस्ट को ही माना जाता है। उन क्रिकेटरों को ही असली क्रिकेटर माना जाता है, जो टेस्ट में अपना झंडा गाड़ सकें हैं। वर्तमान में कुछ ऐसे भी खिलाड़ी है, जिनका टेस्ट करियर अब ढ़लान की ओर दिख रहा है।
नवदीप सैनी
युवा गेंदबाज नवदीप सैनी का टेस्ट क्रिकेट कॅरिअर अब मजधार में फंसा हुआ है। खराब फॉर्म से वह भारतीय टीम से वह बाहर चल रहे हैं। सैनी के विकल्प के रूप में मोहमम्द सिराज जैसे तेज गेंदबाजों आगे बढ़ रहे हैं। नवदीप ने अंतिम टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा में खेला था। वह इस टेस्ट में एक भी विकेट लेने में कामयाब नहीं हुए। उसके बाद इन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में इन्हें जगह नहीं मिली। इसके साथ वह टीम से बाहर हो गये। आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन बढ़िया नहीं रहा।
कुलदीप यादव
कुलदीप यादव भारत के चाइनामैन गेंदबाज हैं। इसी खासियत की वजह से भारतीय टीम में उनका चयन भी हुआ। मौजूदा दौर में वो खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। वह वर्तमान में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेटो से वो दूर हैं। उन्हें आईपीएल में भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। कमजोर प्रदर्शन की वजह से ही उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए शामिल नहीं किया गया।
क्रिकेट एक्सपर्ट्स की राय को समझें तो कुलदीप को शामिल किया जाना चाहिए था। चयनकर्ता इनकी जगह अक्षर पटेल, जडेजा और वाशिंगटन सुंदर जैसे गेंदबाजों पर ज्यादा विश्वास कर रहे हैं।
भुवनेश्वर कुमार
भुवनेश्वर कुमार एक शानदार गेंदबाज है। गेंद को स्विंग कराने में वह बेहद दक्ष हैं। भारतीय टीम में जगह पक्की होने का कारण भी गेंद को स्विंग कराना ही था। कई बार चोट के चलते कई वो टीम से अन्दर-बाहर होते रहे हैं। इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें टीम में शामिल न करने का फैसला सबको हैरानी भरा लगा।
2012 में जब इस खिलाड़ी ने करियर की शुरुआत की थी तब उनकी ताकत स्विंग थी और आज भी उनकी यही ताकत है। विदेशी पिच के अनुकूल भुवनेश्वर प्रदर्शन नहीं कर पाये। भुवनेश्वर टेस्ट क्रिकेट में अपनी स्विंग गेंदबाजी साबित भी कर चुके हैं। साल 2018 में लगी चोट के बाद से वह टीम से बाहर हैं।
शिखर धवन
शिखर धवन एक शानदार खिलाड़ी है के साथ तेज बल्लेबाजी करते हैं। उनके नाम कई अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड भी हैं। क्रिकेट से सभी फॉर्मेट में अव्वल खिलाड़ी दिखाई देते हैं। बावजूद इसके धवन काफी समय से टेस्ट क्रिकेट से बाहर चल रहे हैं। धवन ने 34 मैच में 41 की औसत से 2300 से अधिक रन बनाये हैं। जिसमें इन्होंने शानदार 7 शतक लगाये हैं। ऐसा लगता है कि चयनकर्ताओं ने धवन का सही आंकलन नहीं किया है। साल 2018 से ही उन्होंने कोई भी टेस्ट मैच नहीं खेले हैं।
हार्दिक पांड्या
तेज गेंदबाजी के साथ-साथ विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाने वाले हार्दिक पांड्या काफी समय से टेस्ट क्रिकेट से बाहर हैं। हार्दिक एक आॅलराउंडर के तौर पर टीम में थे। टेस्ट क्रिकेट से दूर होने का एक कारण चोट भी रहा है लेकिन वो अब चोट से उबर चुके हैं लेकिन लग रहा है कि चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं।
Published on May 18, 2022 6:41 pm