जब आप एक टीम की तरफ से खेलते हो तो आपको पूरी जी-जान के साथ खेलना होता है. खेलते हुए आपको ये नहीं देखना होता है कि आप अपने लिए अच्छा कर रहे हैं या नहीं बल्कि आपको ध्यान सिर्फ इस बात पर होना चाहिए कि आपसे टीम को क्या फायदा हो रहा है. जो खिलाड़ी खुद से ज़्यादा टीम के लिए खेलता है, वही असली खिलाड़ी होता है. आइए ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं.
1. रोहित शर्मा ने रॉबिन उथप्पा की बदौलत बनाए 264
रोहित शर्मा की 264 रनों की ऐतिहासिक इनिंग किसे याद नहीं हैं. लेकिन क्या आप जानते है उनकी इस पारी में रॉबिन उथप्पा का बहुत बड़ा हाथ था. उस पारी में इंडिया के लिए चौथे विकेट पर बल्लेबाज़ी करने के लिए रॉबिन उथप्पा ने रोहित शर्मा को स्ट्राइक दी और अपनी बल्लेबाज़ी पर बहुत ही कम ध्यान दिया. इसी के चलते वो इतना लंबा स्कोर बनाने में कामयाब रहे.
2. गौतम गंभीर ने कोहली को दिया अपना मैन ऑफ द मैच
साल 2009 में श्रीलंका के खिलाफ 316 रनों का पीछा करते हुए विराट कहोली ने अपना पहला इंटरनेशनल शतक मारा था. इस मैच में ‘मैन ऑफ द मैच’ के लिए गौतम गंभीर को बुलाया था. गंभीर ने अपना अवॉर्ड 21 साल के विराट कोहली को दे दिया था, जबकि गंभीर ने उस मैच में 150 रनों की एक नाबाद पारी खेली थी.
3. जवागल श्रीनाथ की वजह से अनिल कुंबले ने लिए 10 विकेट
साल 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ खेले जा रहे एक मैच की दूसरी पारी में अनिल कुंबले 9 विकेट अपने नाम कर चुके थे, इसको देखते हुए जवागल श्रीनाथ अपने ओवर में इस तरह से गेंदबाज़ी करवाई कि उन्हें विकेट न मिले और अनिल कुंबले 10 विकेट अपने नाम कर लें और ऐसा ही हुआ अनिल कुंबले ने 10 विकेट अपने नाम किए.
4. रिचर्ड हेडली ने कुर्बान किए अपने 10 विकेट
साल 1985 में खेले गए एक मैच में रिचर्ड हेडली ने 9 विकेट अपने नाम कर चुके थे. और वो 10वां विकेट भी आसानी से ले सकते थे. हालांकि खुद रिचर्ड हेडली ने अपने एक साथी गेंदबाज़ वॉन ब्राउन की गेंद पर कैच पकड़ लिया था. इस कैच को बाद में एक पत्रकार ने ‘कैच ऑफ सेंचुरी’ भी कहा था.
5. मार्क टेलर ने पारी घोषित कर दिया बड़ा बलिदान
साल 1998 में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए एक मैच में ऑस्ट्रेलिआई पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने 334 रनों पर अपनी पारी घोषित कर दी थी. अगर वो चहाते तो डॉन ब्रैडमैन के 334 के रिकॉर्ड तोड़ देते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
Published on June 22, 2022 9:42 pm