भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team ) में डेब्यू करने के बाद खिलाड़ियों के लिए टीम में बने रहना सबसे बड़ी चुनौती बन जाती है। ऐसे में खिलाड़ियों को आत्मविश्वास के मेहनत और अपनी पूरी जान लगाने की जरूरत होती है। क्रिकेट के कई कोच का ऐसा मानना है। वहीं कुछ खिलाड़ी टीम में आने के बाद मौके भी गंभीरता को समझ नहीं पाते या ये कह लीजिए कि मिले मौकों का फायदा नहीं उठा पाते।
जिसके परिणामस्वरूप उन्हे भारतीय टीम से बाहर जाना पड़ता है। ऐसी स्तिथि में खिलाड़ियों का कमबैक करना लगी मुश्किल होता है। लेकिन आज हम आपको यहां टीम ऐसे खिलाड़ियों के विषय में बताने जा रहें हैं। जोकि घरेलू सीजन में खेलकर भारतीय टीम में वापसी करने की योग्यता रखते हैं। चयनकर्ताओं को इस बार इन खिलाड़ियों पर भी नजर डालनी चाहिए।
संदीप शर्मा
संदीप शर्मा एक शानदार तेज गेंदबाज हैं। उन्हें जुलाई 2015 में जिम्बाब्वे सीरीज के खिलाफ टीम इंडिया में डेब्यू करने का मौका मिला। हालांकि खिलाड़ी को सिर्फ 2 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेलने को मिले। इस सीरीज के बाद खिलाड़ी को दुबारा टीम में मौका नहीं मिल पाया है। संदीप शर्मा एक तेज गेंदबाज हैं। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ वो अच्छी लए गेंदबाजी करते हैं। अब तक खिलाड़ी को 103 आईपीएल मैचों में 114 विकेट मिले हैं। क्रिकेट पंडितो की मानें तो खिलाड़ी उम्दा प्रदर्शन कर सकता है। जिसके बाद संदीप शर्मा को भारतीय टीम में एक मौका देना चाहिए।
अभिनव मुकुंद

अभिनव मुकुंद को भारतीय क्रिकेट टीम में सलामी बल्लेबाज के तौर पर 7 टेस्ट मैच में मौका मिला है। जिसमें उन्होंने 22.85 की औसत से 320 रन बनाए थे। खिलाड़ी को 2011 में वेस्टइंडीज के दौरे में मौका मिला था इस सीरीज से पहले भारतीय टीम के नियमित सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और वीरेंदर सहवाग इंजरी के कारण बाहर हो गए थे। जिसके बाद अभिनव मुकुंद को टीम में लिया गया। घरेलू क्रिकेए उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की है। अभिनव मुकुंद ने अभी तक 145 प्रथम श्रेणी मैच में 47.93 की औसत से 10258 रन बनाए हैं। खिलाड़ी के 10 हजार रन को देखते हुए उन्हें नेशनल टीम में वापसी का एक मौका देना चाहिए।
फैज फजल
जिम्बॉब्वे दौरे के खिलाफ 2016 में फैज फजल को मौका दिया गया था। जिसपर कई सवाल भी उठाए गए थे। हालांकि खिलाड़ी को सीरीज में मात्र एक मौका मिला था। जिसमें उन्होंने 55 रन की नाबाद पारी खेली थी। रणजी सीजन 2015-16 में 44.62 के शानदार औसत से 714 रन बनाने के बाद खिलाड़ी को जिम्बॉब्वे दौरे में मौका मिला था। उन्होंने 30 साल की उम्र में डेब्यू किया था। घरेलू सीरीज में तीन शतक की सीढ़ी लगाकर खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट टीम में पहुंचा था। फैज फजल ने अपने कैरियर में 125 फर्स्ट क्लास मैच में 8404 रन और 107 लिस्ट ए मुकाबलों में 3452 रन बनाए हैं। भारतीय क्रिकेट टीम में एक और मौका मिलने पर 2ओ उपयोगी साबित हो सकते हैं। भले ही खिलाड़ी अब 36 साल के हो लेकिन उन्हे एक बार आजमाया जा सकता है।