बीमारी और भयानक हादसे ने जवानी में ही खत्म किया इन 2 धाकड़ क्रिकेटर्स का करियर, नहीं तो होते बड़े नाम
बीमारी और भयानक हादसे ने जवानी में ही खत्म किया इन 2 धाकड़ क्रिकेटर्स का करियर, नहीं तो होते बड़े नाम

हर खिलाड़ी अपने देश के लिए खेलने के इरादे से जी जान लगाकर मेहनत करके खेलना चाहता है। हर युवा खिलाड़ी का सपना होता है कि वो इंटरनेशनल लेवल पर पहुंचकर अपने देश का नाम रोशन करे, लेकिन प्रतियोगिता के कारण हर खिलाड़ी का ख्वाब पूरा नहीं हो पाता है। इसी में और भी चीजों के कारण अपना सपना पूरा करना कभी कभी अधूरा रह जाता है।

आज हम आपको यहां दो ऐसे क्रिकेटर्स के विषय में बताने जा रहे हैं, जोकि बीमारी और हादसे का शिकार होकर टीम के लिए नहीं खेल सके।

1- क्रेग कीसवेटर (Craig Kieswetter)

Craig Kieswetter
Craig Kieswetter

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के उभरते हुए युवा खिलाड़ी क्रेग कीसवेटर (Craig Kieswetter) काफी प्रतिभावान खिलाड़ियों में से एक कहे जाते थे, लेकिन क्रेग कीसवेटर ( Craig Kieswetter) के साथ कुछ ऐसा हुआ जिससे खिलाड़ी मैदान पर वापसी नहीं कर सके। दरअसल क्रेग कीसवेटर ( Craig Kieswetter) को आंख में एक गंभीर चोट लगी।

इसी  वजह से नेशनल टीम के लिए क्रेग कीसवेटर ( Craig Kieswetter) नहीं खेल सके। महज 22 साल की उम्र में अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेलने वाले खिलाड़ी को टीम से नदारत होना पड़ा। इंग्लैंड क्रिकेट टीम को 2010 में विश्व कप का खिताब जिताने में काफी अहम भूमिका भी निभाई थी। वहीं इस टी20 विश्व कप में खिलाड़ी ने 261 रन बनाए थे।

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लेकिन 2015 में एक काउंटी क्रिकेट मैच के दौरान उनके साथी खिलाड़ी डेविड विली की गेंद उनके हेलमेट के अंदर से घुसती हुई आंख से जा टकराई। ये गेंद खिलाड़ी के लिए जिंदगी भर से मैदान से आउट होने वाली गेंद साबित हुई। 25 साल की उम्र में ही ये युवा खिलाड़ी संन्यास लेकर क्रिकेट से हमेशा के लिए बाहर चला गया।

2- जेम्स टेलर (James Taylor)

James Taylor
James Taylor

हादसे के कारण क्रिकेट से दूर होने वाले खिलाड़ियों में दूसरा नाम भी इंग्लैंड के एक होनहार खिलाड़ी का है। इंग्लिश टीम का हिस्सा रहे जेम्स टेलर टीम के एक युवा खिलाड़ी रह चुके हैं। इंग्लैंड जोकि क्रिकेट की शुरुआत का देश कहा जाता है। वहां क्रिकेट को लेकर टैलेंट की कभी कोई कमी नहीं रही है।

जेम्स टेलर ( James Taylor ) ने 2011 में अपने कैरियर की शुरुआत में ही महज 21 साल के उम्र में ही डेब्यू करने करने वाले खिलाड़ी के विषय में पता चला कि उन्हें दिल की बीमारी है। अगर वो आगे खेलना जारी रखते हैं तो ये जानलेवा साबित हो सकता है। संन्यास लेते समय जेम्स सिर्फ 26 साल के थे।

उन्होंने इंग्लैंड के लिए 7 टेस्ट और 27 वनडे मैच ही खेले हैं। टेस्ट की 13 पारियों में 312 और वनडे क्रिकेट की 26 पारियों में उनके बल्ले से 42.24 की औसत से 887 रन बनाए हैं।

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