विश्व कप से ठीक पहले भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज खेली जाएगी. इस सीरीज का पहला मैच 22 सितंबर को खेला जाना है. इस सीरीज के लिए बीसीसीआई ने भारतीय स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है. बीसीसीआई ने इस दौरान तीन अजीबोगरीब फैसले लिए हैं, जिस पर क्रिकेटिंग गलियारे में लगातार बात हो रही है.
रविचंद्रन अश्विन की वापसी पर विवाद
विश्व कप के लिए कुलदीप यादव भारत के प्राथमिक स्पिनर हैं. कुलदीप यादव के बाद अगर किसी को मौका मिलता दिख रहा था तो वह युजवेंद्र चहल थे. लेकिन बीसीसीआई ने चहल को टीम से बाहर रखा.
उम्मीद की जा रही थी कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज में चहल की वापसी होगी, लेकिन यहां पर बीसीसीआई ने सभी को चौंकाते हुए 37 वर्षीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की वापसी टीम स्क्वाड में की. अश्विन का हालिया प्रदर्शन भी कोई खास नही रहा है और वह लंबा खेलने वाले भी नही हैं.
सूर्यकुमार यादव को लगातार मौका क्यों
सूर्यकुमार यादव को लगातार मौका देने पर क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने लगातार सवाल उठाए हैं. भारत की ओर से सूर्यकुमार यादव ने अब तक कुल 27 वनडे मैच खेले हैं. इस दौरान उनके बल्ले से 24 की साधारण औसत से सिर्फ 537 रन निकले हैं.
टी-20 क्रिकेट में तीन शतक लगाने वाले सूर्या वनडे में 25 पारियां खेलने के बावजूद एक भी सेंचुरी नहीं जमा सके हैं. कुछ फेंस ताने कस रहे हैं कि सूर्यकुमार को इसलिए मौका मिल रहा है क्योंकि वह रोहित के करीबी हैं.
सिर्फ एक वनडे के लिए रोहित-विराट की वापसी क्यों?
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले एकदिवसीय सीरीज को बीसीसीआई ने दो भागों में बांटा है. पहले दो वनडे में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है. वहीं अंतिम वनडे में कप्तान रोहित शर्मा, उपकप्तान हार्दिक पंड्या और सुपरस्टार बल्लेबाज विराट कोहली की वापसी है रही है.
अब लोगों का सवाल यह है कि अगर रोहित, विराट या हार्दिक पंड्या में से कोई भी अंतिम वनडे के दौरान चोटिल हो जाए तो फिर विश्व कप का क्या होगा. ऐसे समय में एकदिवसीय सीरीज कराई ही क्यों जा रही है, यह भी एक सवाल का विषय बन रहा है.