रवि शास्त्री(RAVI SHASTRI) भारत के सफल हेड कोच में से एक हैं. जॉन राइट ने भारत को एक नई उड़ान दी, गैरी कस्टर्न ने के अंडर टीम ने साल 2011 वाला वर्ल्ड कप अपने नाम किया. इसके बाद रवि शास्त्री (RAVI SHASTRI) ने टीम की अगली जनरेशन को बदलने में काफी मदद की. एक कोच जो हमेशा विरोधियों से डट कर सामना करने हिम्मत रखता था और उनके साथ हमेशा निडरता से निपटता था.
टीम में कप्तान विराट कोहली (VIRAT KOHLI) और कोच रवि शास्त्री (RAVI SHASTRI) की जोड़ी ने खूब कारनामें किए. दोनों की जोड़ी ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया में दो बार टेस्ट सीरीज़ जीती, इंग्लैंड में 2-2 से सीरीज़ बराबर की. इतना ही नहीं उन्ही की जोड़ी में टीम टेस्ट चैंपियशिन के फाइनल में पहुंची. विकेटकीपर दिनेश कार्तिक (DINESH KARTHIK) ने रवि शास्त्री के बारे में दो चीज़ें बताई, जिन्हें बर्दाशत नहीं किया जा सकता था.
रवि शास्त्री के अंदर कम है सहनशक्ति
दिनेश कार्तिक(DINESH KARTHIK) ने क्रिकबज़ के डॉक्यूमेंट्रीज ‘समर स्टैलमेट’ पर रवि शास्त्री(RAVI SHASTRI) के बारे में बात करते हुए कहा,
“वह(रवि शास्त्री) किसी ऐसे व्यक्ति के लिए बहुत कम बर्दाशत रखते थे, जो उस निश्चित गति से बल्लेबाजी नहीं करता था, जिसे वह पसंद नहीं करते थे. इसके अलावा कोई ऐसा व्यक्ति जो नेट्स में बहुत अलग तरीके से कर रहा था और मैच में वह अलग तरीके से बल्लेबाज़ी करता था. वह इसकी बहुत सराहना नहीं करेंगे. शास्त्री को ठीक-ठीक पता था कि वह टीम से क्या चाहते हैं, जिस तरह से इसे खेला गया था, लेकिन असफलताओं के लिए उनकी बर्दाशत बहुत कम थी. वह हमेशा लोगों को बहुत अच्छा करने के लिए प्रेरित करते थे.”
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हमेशा खिलाड़ियों को अच्छे से किया मोटीवेट
उन्होंने रवि शास्त्री के बारे में बात करते हुए कहा,
“मुझे लगता है कि शास्त्री ऐसे खिलाड़ी थे जो शायद उतने प्रतिभाशाली नहीं थे, लेकिन कोच के रूप में वो अपनी प्रतिभा को पूरा करते थे. उन्होंने एक कोच के तौर पर उम्मीद से ज़्यादा अच्छा किया. वहं जीवन से बड़े व्यक्ति थे. उन्होंने खिलाड़ियों को कुछ अलग और विशेष चीजों को हासिल कराने के लिए कोशिश और प्रेरित किया.”
Published on August 17, 2022 3:28 pm