टी20 वर्ल्ड कप के पहले मुकाबले में पाकिस्तान टीम ने भारत को 10 विकेट से हरा कर इतिहास रच दिया है. इस मैच में टॉस जीत कर बाबर आज़म ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया. पहले बल्लेबाजी करने उतरी विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और टीम अपने निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 151 रनों का लक्ष्य खड़ा कर पाई. जवाब में पाकिस्तान टीम ने 17.2 ओवर में ही बिना कोई विकेट खोए आसानी से लक्ष्य को हासिल कर लिया. पाकिस्तान के लिए दोनों सलामी बल्लेबाजों ने अर्धशतकीय पारियां खेली.
भारत ने दिया 152 रनों का लक्ष्य
पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और पाकिस्तान टीम के तेज़ गेंदबाज़ शाहीन शाह अफरीदी ने भारत की कमर तोड़ दी. भारत के दोनों सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा (0) और केएल राहुल (3) जल्दी पवेलियन लौटे गए. इसके बाद सूर्यकुमार यादव भी ज्यादा देर क्रीज़ पर टिक नहीं सके और 11 रन बना कर आउट हो गए. दूसरे छोर से भारतीय कप्तान विराट कोहली (57) ने अच्छी बल्लेबाजी की और पारी को संभाला. उनका साथ दिया विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत (39) ने, जिन्होंने मध्यक्रम में आ कर कुछ बड़े बड़े शॉट्स खेले और भारत के स्कोर को 151 तक पहुंचाया.
10 विकेट से जीता पाकिस्तान
लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान टीम को सलामी बल्लेबाज़ बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान ने ताबड़तोड़ शुरुआत दी. दोनों सलामी बल्लेबाजों के बीच शतकीय साझेदारी हुई और परिणामस्वरूप पाकिस्तान ने बिना कोई विकेट गंवाए आसानी से भारत को हरा दिया. जहां बाबर आज़म ने 52 गेंदों में 68 रन बनाए, वहीं रिजवान ने 55 गेंदों में 79 रनों की पारी खेली. भारतीय टीम की गेंदबाजी इन दोनों बल्लेबाजों के सामने बिल्कुल बेबस नज़र आई और एक भी विकेट नहीं हासिल कर सकी. इस जीत के साथ पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप के इतिहास में भारत को पहली बार मात दी है.
विराट कोहली की एक छोटी सी गलती बनी हार की वजह
भारतीय कप्तान विराट कोहली का अति आत्मविश्वास भारत के हार का कारण बना. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शानदार फॉर्म में चल रहे ईशान किशन को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा, तो वहीं फॉर्म की तलाश कर रहे सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या को टीम में जगह दिया, वहीं युवा खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती को अनुभवी रविचंद्रन अश्विन से पहले मौका दिया. भारतीय कप्तान हार्दिक पंड्या की जगह शार्दुल ठाकुर को मौका दे सकते थे, तो वहीं सूर्यकुमार यादव की जगह ईशान किशन को प्लेइंग इलेवन में जगह दी जा सकती थी.