टी20 विश्व कप खेलना हर क्रिकेटर का सपना होता है, जिसे वह बचपन से देखता है. यह शब्द भारत के सबसे टैलेंटड व्हाइट बाॅल बल्लेबाज के हैं. यानी यह शब्द श्रेयस अय्यर के हैं. आप से बता दें कि श्रेयस अय्यर को पिछले साल हुए टी20 विश्व कप में मौका नही दिया गया था. उनके जगह पर टीम में सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक को प्राथमिकता दी गई थी. लंबे समय बाद श्रेयस अय्यर ने अपना दुख एक साक्षात्कार के दौरान साझा किया है.
श्रेयस अय्यर ने कही ये बात
हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए अपने इंटरव्यू के दौरान श्रेयस अय्यर कहते है कि,
‘टी-20 विश्व कप के स्क्वॉड में जगह ना बना पाना निराशाजनक था. यह कुछ ऐसा है जिसे आप एक बच्चे के रूप में देखते हैं, सबसे बड़े मंच पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए. टीम के लिए इसे जीतना भी कुछ ऐसा है जो आपको राहत देता है.’
श्रेयस अय्यर आगे कहते हैं कि,
‘लेकिन ऐसा नहीं था कि मैं पूरी तरह से निराश था. मैंने इसे अपने दिमाग में नहीं आने दिया. मैं बस अपनी चीजें सही कर रहा था. मैंने खुद पर ध्यान केंद्रित किया. मैंने एक ब्रेक लिया, जाकर घरेलू क्रिकेट खेला. इसने मुझे और अधिक कौशल को बढ़ाने का समय दिया.’
आलोचना से प्रेरित होते हैं अय्यर
श्रेयस अय्यर ने साक्षात्कार में आगे बात करते हुए एक दिलचस्प बात बोली. उन्होंने कहा,
‘बाहर जो बातें होती हैं, वे मुझे प्रेरित करती हैं, जिससे मेरा सर्वश्रेष्ठ निकलता है. जितने ज्यादा लोग मेरे बारे में बात करते हैं, मैं उन्हें सुनता हूं और दबाव में डूब जाता हूं. मैं खुद से कहता हूं कि मुझे उन्हें गलत साबित करने की जरूरत है. जब भी मैं नेट्स में या मैच में बल्लेबाजी करता हूं तो मैं इसी तरह से संपर्क करता हूं. यह एक तरह की प्रेरणा का काम करता है.’
अय्यर आगे कहते हैं कि,
“यहां तक कि जब मैं ज्यादा बोलने वाले विपक्षी टीम के खिलाफ खेल रहा हूं, तो मैं इसे वापस देना पसंद करता हूं क्योंकि मुझे लगता है कि यह मेरी लय को आगे बढ़ाता है; यह मुझे ऊपर उठाता है, मुझे बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करता है.’