IPL 2023 PRIZE MONEY CSK

सोमवार की रात सांस रोक देने वाले चेन्नई बनाम गुजरात (CSK vs GT) के बीच हुए IPL फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स ने एक और बार आखिरी समय में मुकाबले को जीतकर फाइनल की ट्रॉफी को अपने नाम किया है। चेन्नई की टीम ने अपने सभी ख़िताब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ही जीते हैं, IPL जीतने वाली टीम को 20 करोड़ की मोटी रकम मिली है।

वहीं IPL प्लेऑफ में पहुंचने वाली 3 टीमों को भी कैश प्राइज मिला है। बाकी बची टीमें भी खाली हाथ नहीं आई हैं, बल्कि इन सभी टीमों की जमकर कमाई हुई है।

इस तरह से बनती है IPL की टीम

दरअसल बता दें कि यह बात ऑक्शन में तय हो जाती है कि टीम का ओनर कौन होगा? लेकिन उसके पीछे एक शर्त होती है कि जो भी व्यक्ति टीम की ओनरशिप खोलेगा उस व्यक्ति या ग्रुप की वैल्यूएशन 3000 करोड़ रुपए हो या फिर से ज्यादा हो यह शर्त पूरी करने वाले व्यक्ति ईमेल के जरिए बीसीसीआई से कांटेक्ट करते हैं और बीसीसीआई इस बात को तय करता है क्रिकेट आवेदन करने की अनुमति दी जाए या नहीं।

इस तरह से कमाई करती हैं यह सभी टीमें

दरअसल IPL में कमाई का सबसे बड़ा जरिया मीडिया और ब्रॉडकास्ट होता है। IPL की फ्रेंचाइजी अपने मीडिया राइट ब्रॉडकास्ट राइट्स को बेच करके सबसे ज्यादा पैसा कमा लेती हैं। ब्रॉडकास्ट के राइट स्टार स्पोर्ट्स के पास हैं और लाइव स्ट्रीमिंग के राइट सभी जिओ टीवी के पास मौजूद हैं, ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से होने वाली कमाई का 20% हिस्सा बीसीसीआई रखता है और बाकी 80% रकम टीमों को दे दी जाती है धीरे-धीरे यह चीज बढ़कर 50-50 की हो गई हैं।

विज्ञापनों से होती है तगड़ी कमाई

बीसीसीआई आईपीएल में काफी सारे विज्ञापन के जरिए भी मोटी रकम की कमाई करती हैं। खिलाड़ी की जर्सी हेलमेट पर दिखने वाली कंपनियों के नाम लोगों के लिए कंपनियों खूब पैसा पानी की तरह बहा देती हैं।

इतना ही नहीं आईपीएल की जर्सी में भी आपने कई सारे खिलाड़ियों को एड शूट करते हुए देखा होगा, जिसके जरिए भी बीसीसीआई अच्छा मोटा पैसा कमा लेती है।

तीन हिस्सों में बंटा है रेवेन्यू

आसान भाषा में समझने की कोशिश करें तो सबसे पहले आईपीएल टीमों की कमाई को तीन हिस्सों में बांटा जाता है। सेंट्रल रिवेन्यू प्रमोशनल रेवेन्यू और लोकल रेवेन्यू सेंट्रल एवेन्यू में ही मीडिया ब्रॉडकास्टिंग राइट टाइटल स्पॉन्सरशिप आता है। इससे टीमों की कमाई का लगभग 60 – 70 % हिस्सा आता है।

वहीं दूसरा एड्स और प्रमोशनल रिवेन्यू है, जिससे कि मैं लगभग 30 से 20 % तक की कमाई करती है। लोकल रिवेन्यू से टीमों की कमाई का 10% हिस्सा आता है।

बाकी टिकट की बिक्री जैसी चीजें भी इसमें शामिल होती हैं। इतना ही नहीं हर साल लगभग 7 से 8 डोमेस्टिक मैचों के साथ ही कर्मचारियों के मालिक टिकट बिक्री से होने वाली रेवेन्यू को अपने पास रखते हैं।

बाकी 20 % बीसीसीआई और स्पॉन्सरशिप के बीच में बैठ जाता है। इसके अलावा सभी टीमें अपनी जर्सी टोपी और अन्य सामानों को बेच करके भी अच्छी मोटी कमाई करती हैं।

ALSO READ: ‘मुझे माफ करना विराट कोहली सर’ वायरल ट्वीट पर नवीन उल हक़ ने तोड़ी चुप्पी और फैंस को दी खुली चेतावनी

Published on May 31, 2023 2:14 pm