आईपीएल इंडियन प्रीमियर लीग को दुनिया को सबसे प्रसिद्धि होने का रुतबा प्राप्त है। जिसके बाद विश्व भर के प्रसिद्ध खिलाड़ी भारत आकर इस लीग का हिस्सा बनाते है। वहीं युवा भारतीय खिलाड़ियों को भी इससे नाम और पैसा दोनो मिलते हैं। कई बार देश और विदेश के खिलाफी आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद अपनी देश की नेशनल टीम में खेल चुके है और कई खिलाड़ियों ने अपनी वापसी भी दर्ज की है।
हालांकि भारतीय घरेलू क्रिकेट और आईपीएल दोनो के एक समांतर होने पर विवाद है। लेकिन आईपीएल में खिलाड़ियों को मंच तैयार करके दिया है इसमें कोई दो राय नही है। लेकिन हाल ही में एंड्रयू साइमंड्स ने आईपीएल से मिले फेम को खिलाड़ी के बीच जहर घोलने की वजह बता दिया है। जानिए क्या है पूरी बात….
एंड्रयू साइमंड्स और माइकल क्लार्क के बीच हुआ था विवाद
माइकल क्लार्क और एंड्रयू साइमंड्स की जोड़ी ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में महान जोड़ियों में गिनी जाती थी। कप्तान माइकल क्लार्क ने एंड्रयू साइमंड्स जब अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर थे, तब कई सीरीज जीती थी। हालाकि उसके बाद खिलाड़ियों के समीकरण ने एक गलत मोड़ ले लिया। तत्कालीन अंतरिम कप्तान माइकल क्लार्क ने टीम मीटिंग को छोड़ने की वजह से एंड्रयू साइमंड्स को टीम से बाहर कर दिया था। जिसके बाद ऑलराउंडर खिलाड़ी एंड्रयू साइमंड्स ने 2015 में माइकल क्लार्क के ऑस्ट्रेलिया कप्तान के तौर पर नेतृत्व शैली की आलोचना की थी, साथ ही ऑस्ट्रेलिया के माइकल क्लार्क ने आरोप लगाया था कि 2008 में वनडे सीरीज खेलने से पहले वो नशे में धुत हो गए था।
दोनों खिलाड़ियों के बीच मनमुटाव बहुत ज्यादा हो गया था। 2015 में एशेज डायरी में माइकल क्लार्क ने लिखा कि “मेरे नेतृत्व की आलोचना करने के लिए एंड्रयू साइमंड्स टीवी पर गए। मुझे इस बात का खेद है, लेकिन वह नेतृत्व के आधार पर किसी को आंकने वाले व्यक्ति नहीं हैं।”
क्रिकेट खेलने से पहले नशे में धुत हुआ थे सायमंड : माइकल क्लार्क
माइकल क्लार्क के अनुसार, “वो एक ऐसे व्यक्ति है जो अपने देश के लिए खेलने के लिए नशे में धुत हो गए थे। इसलिए उसके लिए किसी पर पत्थर फेंकना ( लीडरशिप पर सवाल उठाना) कोई बड़ी बात नहीं है।” जिसके बाद अब द ब्रेट ली पॉडकास्ट में इस विषय में बातचीत करते हुए साइमंड्स ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल में जब अच्छा वेतन मिलने लगा तब उसके बाद दोनों खिलाड़ियों की दोस्ती में खटास आ गई थी।
बता दें, आईपीएल के पहले सीजन यानी कि जब आईपीएल शुरू हुआ था। 2008 में साइमंड्स सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने थे। उन्हें डेक्कन चार्जर्स टीम ने 5.4 करोड़ रुपये मकी कीमत के साथ अपने साथ जोड़ा था।
आईपीएल में पैसे के कारण हुआ था विवाद : सायमंड
एंड्रयू साइमंड्स ने इससे जुडी बातचीतए कहा कि, “हम दोनो ही काफी करीब हो गए। जब (क्लार्क) टीम में आया था, तो मैं उसके साथ काफी बल्लेबाजी करता था। इसलिए जब वो टीम से जुड़े तब मैंने उनका पूरा ख्याल रखा। हम दोनो ने एक रिश्ता बनाया था।
बातचीत में आगे बात करते हुए उन्होंने बताया कि, “मैथ्यू हेडन ने उनसे कहा था कि जब आईपीएल शुरू हुआ, मुझे आईपीएल में खेलने के लिए काफी पैसा मिला है। उन्होंने इसकी पहचान की कि उन्हें इससे थोड़ी ईर्ष्या थी जो संभावित रूप से रिश्ते में (क्लार्क के साथ) आ गई थी। मुझे ऐसा लगता है कि पैसा मजेदार चीजें करता है। हालांकि ये एक अच्छी बात है, लेकिन ये जहर हो सकता है और मुझे लगता है कि इसने हमारे रिश्ते में जहर खोलने का काम किया। मेरे मन में उनके लिए बहुत सम्मान है। इसलिए ही जो कुछ भी उन्होंने कहा गया था उसके बारे में शायद विस्तार से नहीं जाना। हम दोनो के बीच दोस्ती अब नहीं है। लेकिन मैं इससे सहज हूं, लेकिन मैं यहां बैठकर कीचड़ उछालने वाला नहीं हूं”।
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