IPL 2021 : ऋषभ पंत की कप्तानी में दिल्ली की टीम 14 में से 10 मैच जीतकर लीग में टॉप पर रही, पर टीम में अधिकतर युवा खिलाड़ी हैं, जिनको बड़े मैचों में खेलने का अनुभव नहीं है. अब क्वालीफायर में दिल्ली की टीम को कोलकाता के हाथों तीन विकेट से मात मिली हैं, जिससे कि उन्हें लगातार दो हार के बाद फाइनल की दौड़ से बाहर होना पड़ गया. इससे पहले दिल्ली को चेन्नई से चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. इस हार में तीन खिलाड़ियों को मुख्य माना जा रहा है.

आर. अश्विन

आईपीएल में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अश्विन छटवें स्थान पर हैं. उन्होंने आईपीएल में 145 विकेट लिए और वो सबसे ज्यादा अनुभवी गेंदबाज थे, इसलिए ऋषभ पंत ने उन्हें आखिरी ओवर दिया जिसमें उन्हें 7 रन बचाने थे पर वो फेल हो गये. उनकी पहली गेंद पर राहुल त्रिपाठी ने 1 रन बनाया. दूसरी गेंद पर कोई भी रन न बना सके. तीसरी गेंद पर शाकिब अल हसन आउट हो गए.

चौथी गेंद पर उन्होंने सुनील नरेन को अक्षर पटेल के हाथों कैच करवाकर आउट किया, लगा कि मैच दिल्ली की तरफ वो मोड़ देगें वे अपनी हैट्रिक बॉल पर ही थे. आखिरी 2 गेंद पर 6 रन चाहिए थे. सबको अश्विन की गेंदबाजी पर भरोसा था. लेकिन पांचवी गेंद पर राहुल त्रिपाठी ने लंबा छक्का लगाकर कोलकाता को जिता दिया. ये गेंद अश्विन ने बाहर की तरफ फेंकी जो बहुत ही ज्यादा धीमी थी. इतने अनुभवी गेंदबाज से दिल्ली को ऐसी आशा नहीं थी, कि वो आखिरी दो गेंद 6 रन नहीं बचा पायेंगे.

शिखर धवन

शिखर धवन से दिल्ली को कोलकाता के खिलाफ तूफानी बल्लेबाजी की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने खास काम नहीं किया. धवन ने 39 गेंद में केवल 36 रन बनाए. बहुत ही धीमी बल्लेबाजी उन्होंने की. उनके बल्ले से गेंद बमुश्किल से ही सीमा रेखा पार कर पायी थी. आखिरी में तेजी में रन बनाने के चक्कर में स्पिनर वरूण की गेंद पर वह फंस गए और शाकिब अल हसन को एक आसान सा कैच देकर पवेलियन वापस लौट गए और दिल्ली की नैय्या को बीच मंझधार में ही छोड़ गए थे.

अक्षर पटेल

हाल ही में अक्षर पटेल को भारतीय टीम के 15 सदस्यीय दल से आउट कर दिया और उनकी जगह शार्दुल ठाकुर को टीम में लाया गया. उनके प्रदर्शन को देखते हुए. ये फैसला ठीक साबित हो रहा है. कोलकाता के खिलाफ उनकी गेंदों की जमकर धुनाई की गयी . वेंकटेश अय्यर ने उन पर कई ताबड़तोड़ छक्के जड़े थे. वे बहुत ही महंगे गेंदबाज साबित भी हुए.

उन्होंने 4 ओवर में 32 रन दिए और कोई भी विकेट नहीं लिया. उनकी गेंदों पर कोलकाता के बल्लेबाजों ने काफी रन बनाए. अक्षर बल्लेबाजी में भी कोई खास योगदान नहीं दे पाये. 4 गेंद में सिर्फ 4 रन ही बना पाये. उनकी ना तो गेंद घूमी और ना ही बल्ला चला. जिससे दिल्ली को हार का मुंह देखना पड़ा.