भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड के बीच खेले गए पांचवें टेस्ट मैच में भारतीय टीम को पांचवे दिन की शुरुआती समय के खेल के बाद सात विकेट से हार का मुंह देखना पड़ा। जिसके बाद सीरीज दोनों टीम के बीच 2-2 से टाई टाई हो गई। इस मैच में रोहित शर्मा के कॉविड हो जाने के बाद जसप्रीत बुमराह ने कप्तानी की थी।
हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर रह चुके किरण मोरे ने हार के कारण के विषय में बात की है। उन्होंने भारतीय टीम के दूसरी पारी में हुई गलती और किस तरह इंग्लैंड ने पहली पारी में गलती के बाद दूसरी पारी को संभाला है। इस बारे में अपनी राय सभी के समाने रखी।
भारत की पारी में थी आक्रामकता की कमी
भारतीय पूर्व खिलाड़ी किरण मोरे ने कहा कि भारतीय टीम की दूसरी पारी में बल्लेबाजी में आक्रामकता की कमी नज़र आई थी। साथ ही उन्होंने इंग्लैंड की अच्छी वापसी की भी तारीफ की। उम्हीने कहा कि दूसरी पारी में इंग्लैंड टीम ने अच्छी वापसी कर ली। चौथी पारी के लिए 378 रन चाहिए थे, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम ने दूसरी पारी में आक्रामकता की कमी के साथ मैच खेला। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय टीम आक्रामकता के साथ खेलती तब भारत अगर 300 रन तक भी पहुंच जाता तब शायद ये मैच बचाया जा सकता था।
किरण मोरे ने कहा,
“मुझे ऐसा लगता है कि विरोधी टीम इंग्लैंड दूसरी पारी में मजबूत वापसी की है। तीसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों को प्रतिबंधित करना और चौथी पारी में 378 रन का पीछा करना बहुत सराहनीय था। भारत की टीम ने तीसरी पारी में आक्रामकता नहीं दिखाई थी। अगर भारत अपनी दूसरी पारी में 300 रन बना लेता तो निर्णय अलग होता”।
इंग्लैंड ने दूसरी पारी में जीत लिया मैच, बचाई सीरीज
भारतीय क्रिकेट टीम द्वारा दूसरी पारी के लिए दिए 378 रन के स्कोर को जो रूट और जॉनी बेयरस्टो के शतक ने ज्यादा बड़ा साबित नहीं होने दिया। जॉनी बेयरस्टो ने तो दिनों पारियों में शतक बनाया वहीं जो रूट ने दूसरी पारी में नाबाद 142 रन की पारी खेल दी। किरण मोरे ने कहा कि भारतीय टीम ने अगर पहली पारी में बनाए 416 रन के लाभ को भुनाया होता तो मैच का हाल इस नहीं होता। जॉनी बेयरस्टो और जो रूट की बल्लेबाजी के चलते दो सत्र पहले ही मैच जीत लिया।
बता दें, किरण मोरे ने इंग्लैंड के खिलाफ ही 1986 में डेब्यू किया था। उन्होंने भारतीय टीम के लिए 49 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें 1285 रन बनाए है साथ ही इसमें सात अर्धशतक भी शामिल है। वहीं 94 वन डे इंटरनेशनल भी खेले है।