भारत को मिल गया हार्दिक पंड्या का विकल्प, कातिलाना बल्लेबाजी और गेंदबाजी में है माहिर
भारत को मिल गया हार्दिक पंड्या का विकल्प, कातिलाना बल्लेबाजी और गेंदबाजी में है माहिर

दुनिया की प्रत्येक टीम अपने स्क्वाड में एक से एक धुरंधर खिलाड़ियों (Allrounder Players) को शामिल करना चाहती है। प्रत्येक टीम में एक या दो ऐसे खिलाड़ी अवश्य मौजूद होते हैं, जो अपने गेंद और बल्ले दोनों से धुआंधार प्रदर्शन करने में माहिर हों। भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी कपिल देव ऐसे ही घातक प्रदर्शन के लिए जाने जाते थे, टीम इंडिया में उनकी जगह हार्दिक पांड्या ने ले ली है, लेकिन अब हार्दिक पांड्या से भी खतरनाक ऑलराउंडर खिलाड़ी भारत को मिल सकता है। मौजूदा समय में अंडर-19 में कुछ ऐसा ही धुआंधार प्रदर्शन करने वाला एक खिलाड़ी नजर आ रहा है, जिसका नाम है राज बावा।

मौजूदा समय में यह ऑलराउंडर खिलाड़ी अपने बल्ले और गेंद दोनों से ही धुआंधार प्रदर्शन करता नजर आ रहा है। अगर यह लंबे समय तक ऐसी ही शानदार परफॉर्मेंस देता रहा, तो वह दिन दूर नहीं जब इस ऑलराउंडर खिलाड़ी को टीम इंडिया में एंट्री मिल जाएगी। अंडर-19 के फाइनल मुकाबले के दौरान राजा बावा शानदार बल्लेबाजी करते नजर आए थे। उनको देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि यह खिलाड़ी भविष्य में टीम इंडिया का नाम अवश्य रोशन करेगा।

2022 के अंडर-19 मुकाबले के दौरान मचाया धमाल

अंडर-19 के फाइनल मुकाबले के दौरान रजा बावा अपने शानदार प्रदर्शन से 162 रनों की धुआंधार पारी खेलते हुए देखे जा सकते हैं। 4.50 की इकॉनामी की सहायता से यह खिलाड़ी कुल 9 विकेट चटकाने में कामयाब रहा, इसके साथ- साथ 100 के स्ट्राइक रेट के साथ 252 रन भी बनाए।

इनके इस शानदार प्रदर्शन को देखने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है, कि यह ऑलराउंडर खिलाड़ी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में ही किस हद तक माहिर है।

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5 साल तक पिता ने नहीं करने दी थी गेंदबाजी

इस ऑलराउंडर खिलाड़ी के पिता का नाम सुखविंदर बावा है, जोकि पूर्व समय में युवराज सिंह के कोच की भूमिका निभाते थे। 5 सालों तक इनके पिता ने इस धुरंधर खिलाड़ी को गेंदबाजी करने से रोक रखा था, क्योंकि इनके पिता उन्हें एक बल्लेबाज बनाना चाहते थे।

एक इंटरव्यू के दौरान इनके पिता ने कहा कि

“मैं अपने बेटे को बल्लेबाज बनाना चाहता था, ना कि ऐसा तेज गेंदबाज जो कि 10 गेंदों का सामना भी ना कर पाए। अधिक से अधिक मैंने सिर्फ उसकी बल्लेबाजी पर ही ध्यान दिया था, उसे 5 सालों तक मैंने गेंदबाजी करने से भी रोक कर रखा।”

हालांकि पंजाब के स्टेडियम में राजा बावा अपने पिता सुखविंदर बावा से छुपकर गेंदबाजी करते रहते थे। अब यह धुरंधर खिलाड़ी अंडर-19 के फाइनल के दौरान 5 विकेट लेकर इतिहास रच चुका है और भारत को विश्व कप जीताने में अहम भूमिका निभा चूका है।

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Published on October 10, 2022 2:21 pm