क्रिकेट में कई बार ऐसा देखा गया है की कोई खिलाड़ी अपने देश के बजाए किसी और देश की टीम से खेलता है। कुछ ऐसा ही था दिग्गज स्पिनर इमरान ताहिर (Imran Tahir) के साथ। इमरान ताहिर (Imran Tahir) ने लंबे समय तक दक्षिण अफ्रीका के लिए अहम योगदान दिया है।
लाहौर में जन्में लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने हाल ही में बताया की उन्हे निराशा है कि उन्हें पाकिस्तान की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिला जबकि उन्होंने शुरुआती क्रिकेट इसी देश में खेली थी।
पाकिस्तान के लिए ना खेल पाना करता है निराश
इमरान ताहिर ने पाकिस्तान जूनियर लीग के युवा खिलाड़ियों के साथ बातचीत की और बताया कि अलग अलग स्तरों पर लगातार प्रदर्शन करने के बाद भी अंतरराष्ट्रीय लेवल पर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने का उनका सपना अधूरा रह गया।
ऐसे में ताहिर दक्षिण अफ्रीका चले गए और उन्होंने वहा राष्ट्रीय टीम के अलावा विश्व भर की कई टी20 लीग में भी खेला। 43 वर्षीय स्पिनर इमरान ताहिर ने कहा कि आज जहां वो हैं वहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है।
अपने जीवन में कभी हिम्मत नही खोई: ताहिर
पाकिस्तान जूनियर लीग (पीजेएल) के चल रहे संस्करण में बहावलपुर रॉयल्स के मेंटर के रूप में एक बातचीत के दौरान उन्होंने बताया,
“मैंने अपने जीवन में कभी हिम्मत नहीं खोई है। मैंने दुकानों पर पैकिंग का काम किया है। कोई मुझे गेंदबाजी करने के लिए नहीं बुलाया। ट्रायल में मुझसे पूछा गया कि मुझे किसने भेजा है। मैंने पाकिस्तान में हर स्तर पर सफलतापूर्वक खेला है, लेकिन देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना साकार नहीं हुआ।”
उन्होंने आगे कहा,
“मुझे मौका देने के लिए मैं दक्षिण अफ्रीका का शुक्रगुजार हूं। मुझे मौका मिल रहा था और जब यह मुझे दिया गया तो इसका फायदा मिला। मैं क्रिकेटरों को सलाह दूंगा कि कभी भी हिम्मत न हारें और अवसरों की तलाश करें। मैं दुनिया के लिए एक उदाहरण हूं और पिछले 22 सालों से क्रिकेट खेल रहा हूं।”