भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने कहा है कि पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी उनके लिए हमेशा से एक भाई की तरह रहे हैं और इसी वजह से वो उन्हें हर मुश्किल घड़ी में याद करते हैं. उनके अनुसार धोनी ही एकलौते ऐसे इंसान हैं जो उनकी भावनाओं को समझते हैं और उन्हें शांत करा सकते हैं. हार्दिक ने साल 2016 में धोनी की ही कप्तानी में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था.
विवाद के दौरान धोनी ने की मदद
हाल ही में ईएसपीएन क्रिकइंफो के साथ हुई एक बातचीत के दौरान हार्दिक पांड्या ने साल 2019 में एक टीवी शो के दौरान हुए एक विवाद को याद किया, जिसके चलते उन्हें और केएल राहुल को सस्पेंड कर दिया गया था. पूरी जांच हो जाने के बाद ही उन पर लगा बैन हटाया गया था और उन्हें न्यूज़ीलैंड दौरे पर भेजा गया था. हार्दिक ने अब कहा है कि इस पूरे विवाद के दौरान धोनी ने उनकी काफी मदद की थी.
उन्होंने कहा कि, “धोनी एक ऐसे शख्स हैं जो मुझे शुरू से ही समझते हैं. मैं कैसा आदमी हूं. मुझे क्या चीजें पसंद नहीं है. जब जनवरी 2019 में बैन हटने के बाद मुझे न्यूज़ीलैंड भेजा गया तो वहां शुरूआत में मेरे लिए होटल में रूम नहीं था. बाद में मुझे कॉल आया कि धोनी ने मेरे लिए रूम का इंतज़ाम कर दिया है. फिर मुझे फोन आया कि यहां आ जाओ. एमएस ने कहा कि वो बिस्तर पर नहीं सोते हैं. वो नीचे सोयेंगे और मैं उनके बिस्तर पर. वो एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा मेरी मदद के लिए तैयार रहते हैं.”
भाई की तरह हैं धोनी – हार्दिक
हार्दिक ने कहा कि वो एमएस धोनी का काफी सम्मान करते हैं और वो उनके भाई की तरह है. उन्होंने आगे कहा कि, वो मुझे काफी गहराई से समझते हैं. मैं उनके काफी करीब हूं. वो एक मात्र शख्स हैं जो मुझे शांत करा सकते हैं. जब मेरे साथ इतना सारा विवाद हुआ तो उन्हें लगा कि मुझे मदद की जरूरत है. इसके बाद करियर में उन्होंने कई बार मेरी मदद की. मेरे लिए माही मेरे भाई की तरह हैं. मैं इसलिए उनका सम्मान करता हूं क्योंकि उन्होंने उस वक्त मेरी मदद की जब मुझे जरूरत थी.”