क्रिकेट को जेंटलमैन का गेम कहा जाता है, लेकिन कई बार इस खेल में आपको ऐसे नज़ारे देखने को मिल जाते हैं, जिन्हें देख लगता है कि क्या वाकई क्रिकेट जेंनटमैन का ही गेम है? एक खिलाड़ी मैदान पर बहुत दवाब के साथ खेलता हैं. उसके उपर टीम लिए अच्छा करना, खुद के लिए टीम में जगह बनाए रखने से लेकर कई दबाव होते हैं.
इन सारे हालातों में अगर आपको कोई परेशान करे तो, ज़ाहिर सी बात है कि आपको गुस्सा आएगा. हम आपको एक ऐसे ही खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने गुस्से में अपना आपा खोकर दर्शकों की पिटाई कर दी थी.
इस खिलाड़ी ने किया था ऐसा
बता दें कि ये बात साल 1994-95 की है, जब मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में पंजाब और मुंबई के बीच एक मैच खेला जा रहा था. इस मैच में मौजूद दिलीप वेंगसरकर (DILIP VENGSARKAR) स्टेडियम में बैठ कर मैच का लुत्फ उठा रहे थे. गैरतलब है कि दिलीप उस वक़्त क्रिकेट को अलविदा कहे चुके थे.
दिलीप (DILIP VENGSARKAR) प्रेस बॉक्स में बैठे थे और स्टैंड में बैठे कुछ दर्शक दिलीप को लगातार परेशान कर रहे थे. दिलीप ने दर्शक की बत्तमीज़ी को काफी देर तक बर्दाशत किया और फिर उनके सब्र का बांध टूट गया और वो राइट में बने स्टैंड में कूद गए. और वहां मौजूद दर्शकों को दिलीप ने दौड़ाना शुरु कर दिया.
एक के जड़ दिया था तमाचा
दिलीप (DILIP VENGSARKAR) ने जब खिलाड़ियों को दौड़ाया और उन्हें एक्जिट पर पकड़ लिया. दर्शकों में से एक को उन्होंने ज़ोरदार तमाचा जड़ दिया था. दिलीप इंडिया के दिग्गज खिलाड़ियों में से एक रहे चुके हैं. साल 1981 दिलीप के अर्जुन अवॉर्ड से नवाज़ा गया था. इसके अलावा उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानिक किया जा चुका है. इतना ही नहीं दिलीप भारतीय चयन समिति के सदस्य भी बन चुके हैं. दिलीप को कर्नल के नाम से भी जाना जाता है.
Published on July 26, 2022 6:02 pm