भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 मैचों की टी20 सीरीज के खत्म होने के बाद अब 25 नवंबर से टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है। 2 मैचों की इस टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का पलड़ा कुछ भारी माना जा रहा है। जिसमें विराट कोहली और रोहित शर्मा के ना होने से अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा पर खास नजरें बनी रहेंगी।
चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से 2019 के बाद से नहीं आया शतक
पिछले कई सालों से भारतीय टीम के लिए भरोसेमंद बल्लेबाज के रूप में पहचान बना चुके चेतेश्वर पुजारा से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीदें हैं। चेतेश्वर पुजारा ने पिछले कुछ साल में वैसे इतनी बेहतरीन फॉर्म नहीं दिखा सके हैं।
पुजारा की बात करें तो उनके बल्ले से साल 2019 के बाद से टेस्ट क्रिकेट में कोई शतक ही नहीं निकला है, लेकिन पिछले इंग्लैंड दौरे पर उनकी बल्लेबाजी में वापसी के संकेत जरुर नजर आए। पुजारा ने अपने बल्ले से शतक ना निकलने और फॉर्म को लेकर बात की।
पुजारा ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर की खास बात
भारतीय टीम के साथ प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा ले रहे चेतेश्वर पुजारा इंग्लैंड के दौरे पर कुछ खुलकर बल्लेबाजी करने से फायदा होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि
“हां, मुझे ऐसा लगता है। जब प्रदर्शन की बात आती है तो मानसिकता थोड़ी अलग थी लेकिन जब तकनीक की बात आती है तो मुझे नहीं लगता कि तकनीक में कोई बड़ा बदलाव आया है। मैं थोड़ा निडर था, जिससे मदद मिली।”
पुजारा ने आगे कहा कि
“आपको अपने ऊपर बहुत अधिक दबाव डालने की आवश्यकता नहीं है और जो कुछ हो रहा है उसके बारे में बहुत अधिक चिंता करने के बजाय बस कोशिश करें और मैदान में जाकर अपने खेल का आनंद लें। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दौरान यही मानसिकता थी। अब तक तैयारी अच्छी रही है और भारतीय परिस्थितियों में खेलने के अनुभव से अगले कुछ टेस्ट मैचों में मदद मिलेगी।”
शतक नहीं निकलना चिंता की बात नहीं, टीम के काम आए पारी
शतक लगाने पर बात करते हुए चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि
“जहां तक मेरे शतक की बात है तो जब होगा तब होगा। मेरा काम टीम के लिए अच्छी बल्लेबाजी करना है और ऐसा नहीं है कि मैं रन नहीं बना रहा हूं। मैं 80 या 90 रन की पारी खेल रहा हूं। मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं और टीम के लिए योगदान दे रहा हूं। मुझे अपने शतक की परवाह नहीं है। ये एक पारी की बात है।”
राहुल द्रविड़ के कोचिंग में खेलने को लेकर पुजारा ने आगे कहा कि
“मैंने उनके साथ ए सीरीज के दौरान काम किया है, इसलिए हम सभी उनके मार्गदर्शन का इंतजार कर रहे हैं। एक खिलाड़ी और टीम के कोच के रूप में उनके पास जितना अनुभव है, उससे मदद मिलेगी।”
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